बरेली(ब्यूरो)। प्रेमनगर में सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर राजेश्वर दयाल ङ्क्षसह के घर थर्सडे की देर रात बदमाशों ने जम कर उत्पात मचाया। लूटपाट के दौरान आहट सुन कर गृहस्वामी की पत्नी की आंख खुल गई, जिस पर बदमाशों ने उन्हें बंधक बना लिया। उन के हाथ-पैर बांधे फिर मुंह पर भी दुपट्टा कस दिया। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक उन्होंने घर को खंगाला। उस के बाद घर में ही रखे स्कूल बैग में सामान भर कर वे भाग खड़े हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो तीन व्यक्ति घर से बाहर निकलते दिखे, जबकि अंदर जाते हुए एक ही दिखाई दे रहा था। इस को देखते हुए घटना में किसी करीबी के ही शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सुबह में चला पता
राजेश्वर दयाल ङ्क्षसह टिबरीनाथ मंदिर बीडीए कॉलोनी के निवासी हैं। थर्ड फ्लोर के घर में फस्र्ट फ्लोर खाली है। सेकंड फ्लोर पर उनकी पत्नी, बेटा-बहू रहते हंै। थर्ड फ्लोर पर वह स्वयं सोते हैं। राजेश्वर ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की सुबह उठ कर नीचे गए तो देखा कि मेन गली का दरवाजा खुला है। लाक भी नहीं है। ऊपर दूसरी मंजिल पर जा कर देखा तो दरवाजे पर बाहर से कुंडा लगा था। खोल कर अंदर जाकर देखा तो सारा सामान घर से बाहर बिखरा पड़ा था। अलमारियां खुली पड़ीं थीं। पत्नी के हाथ-पैर बंधे थे। चुन्नी गले में पड़ी थी। मुंह ढंका था, वह बेसुध पड़ी थीं। बराबर में दिव्यांग बेटा लेटा था। ज्वैलरी, सामान व अन्य सामान गायब था, लेकिन वह इसकी जानकारी नहीं दे सके। कहा कि गायब सामान के बारे में पत्नी को ही जानकारी है। पुलिस उनकी स्थिति सुधार के इंतजार में है। फुटेज के आधार पर पुलिस जांच में जुटी है।

फुटेज पर एक नजर
प्रेमनगर पुलिस ने पास में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला। फुटेज में तीन बदमाश कैद दिखे। इसमें रात 2.32 मिनट पर एक बदमाश प्रवेश कर रहा है। फिर 3.44 मिनट पर तीन बदमाश बाहर निकले। इसमें दो साथ-साथ निकले जबकि एक पांच मिनट बाद निकला। तीनों बैग में सामान लेकर जाते दिख रहे हैं। पुलिस के अनुसार मकान का ग्राउंड फ्लोर बीते कुछ दिन पहले ही किरायेदार ने खाली किया है। ऐसे में अंदेशा है कि दो बदमाश पहले ही घर में दाखिल हो चुके थे और ग्राउंड फ्लोर पर छिप गए थे। इसी के चलते 2.32 पर मकान में एक बदमाश प्रवेश करता दिख रहा है जबकि बाहर निकलते वक्त तीनों हैं। पहले पहुंचे दोनों बदमाशों ने घर की पल-पल की गतिविधि की रेकी की फिर तीसरे साथी को बुलाया और घटना को अंजाम देकर निकल गए।

करीबियों पर शक
जिस तरह बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। उससे करीबियों पर ही घटना को अंजाम देने का अंदेशा जताया जा रहा है, क्योंकि बदमाश घर की हर गतिविधि से वाफिक थे। उन्हें पता था कि उनका बेटा दिव्यांग है। वह विरोध कर नहीं सकता। रामेश्वर तीसरी मंजिल पर सोते हैं। लिहाजा, बदमाशों ने घटना को बड़ी तसल्ली से अंजाम दिया। पड़ोसी के घर में कैमरा लगा है। प्रेमनगर पुलिस ने स्थिति और साफ करने के लिए जब पड़ोसी से संपर्क किया। सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कही तो उस ने इनकार कर दिया। ऐसे में पुलिस उन्हें जांच में सहयोग न करने पर नोटिस थमाने की तैयारी में है। एसपी सिटी राहुल भाटी ट्रेनी आइपीएस विक्रम दहिया के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इंस्पेक्टर प्रेमनगर राजेश ङ्क्षसह से घटना के बारे में जानकारी की। पीडि़त से बात की। घर में काम करने वालों व अन्य आने-जाने वालों के बारे में जानकारी की। पता चला कि घर में फिजियोथेरेपिस्ट दूध वाला, काम वाली बाई व अन्य आते-जाते थे। राजेश्वर के अनुसार तिजोरी व अलमारी की चाबी पत्नी के पास ही रहती थी। चाबी कहां रखी होती थी, इसकी जानकारी सिर्फ उनके पास ही होती थी। ऐसे में यह भी स्पष्ट है कि बदमाशों ने इसलिए सिर्फ पत्नी को ही निशाना बनाया और बंधक बना दिया। अक्टूबर में बड़े बेटे इंद्रेश की मृत्यु से भी स्वजन परेशान चल रहे थे।


बोले अधिकारी
घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। शुरुआती जांच से साफ है कि बदमाश घर की स्थिति से पूरी तरह से परिचित थे। करीबियों व अन्य ङ्क्षबदुओं पर जांच की जा रही है। थाना पुलिस के साथ एसओजी भी लगाई गई है।
- राहुल भाटी, एसपी सिटी