बरेली (ब्यूरो) । भमोरा थाना क्षेेत्र के सरदार नगर में एक युवक ने मनपंसद खाना नहीं बनाने पर पत्नी को गोली मार दी। जिससे महिला की मौ केपर ही मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि दोनों पति पत्नी में थर्सडे का भी विवाद हुआ था और फ्राइडे को भी कहासुनी हुई थी। हत्या के बाद आरोपित तमंचा लेकर खुद थाने जा पहुंचा और अपना गुनाह कुबूल कर लिया। वहीं पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है।

तीन वर्ष पहले हुई थी शादी
सरदार नगर निवासी चंद्र प्रकाश शर्मा और उनका बेटा संदीप बरेली में सर्राफ की दुकान पर जॉब करते हैं। तीन वर्ष पहले संदीप की शादी भुता के भगनापुर निवासी राजेश पाठक की बेटी नेहा से हुई थी। परिजनों का आरोप है कि शादी के चार माह बाद ही नेहा परिवार से अलग रहने की जिद करने लगी। इस पर उसे मकान में एक कमरा दे दिया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि संदीप का दुकान से साढ़े छह हजार रुपए मिलते थे। जिससे उसका गुजारा भत्ता चलना मुश्किल हो रहा था। इसी बात पर खर्च के लिए दोनों के बीच कलह होती रहती थी।

थर्सडे को नहीं बना था खाना
थर्सडे सुबह को संदीप डेली की तरह सर्राफ की शॉप पर काम करने गया था। शाम को जब बापस आया तो घर पर खाना नहीं बना था। इस पर उसने एतराज जताया तो उसे बताया कि घर पर खाना बनाने के लिए राशन का इंतजाम नहीं है इसीलिए पिता के घर जाकर खाना खा लो। इसी बात पर पति और पत्नी के बीच रूक-रूककर विवाद होता रहा।

फ्राइडे सुबह को भी हुई कहासुनी
दंपत्ति का रात को विवाद तो किसी तरह शांत हो गया लेकिन सुबह को दोनों में फिर कहासुनी हो गई। इससे गुस्साएं संदीप ने अलमारी से तमंचा निकाला और नेहा की गर्दन पर सटाकर फायर कर दिया। गोली की आवाज सुनकर परिवार वाले कमरे की तरफ दौड़े तो देखा नेहा का शव बिस्तर पर पड़ा था। संदीप वहां से भागकर सीधे थाने पहुंचा और अपनी पूरी करतूत पुलिस को बता दी।

तमंचा देकर बोला कर दी हत्या
पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के बाद संदीप थाने पहुंंचा और पुलिस कर्मियों का तमंचा देकर कहा कि उसने पत्नी की हत्या कर दी है। कुछ देर में मृतका का पिता राजेश थाने पहुंचा और उन्होंने दहेज में कार नहीं देने पर हत्या का आरोप लगाते हुए संदीप, पिता चंद्र प्रकाश, मां कुसुमा, बड़े भाई प्रदीप, भाभी पुष्पा के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज करा दिया है।

बिलखता रहा मासूम
नेहा की मौत के बाद संदीप तो थाने पहुंच गया, जबकि उसका दो वर्ष का मासूम मौके पर बिलखता रहा। मौके पर पर पहुंचे राजेश के परिवार वालों ने उसे भी संभाला।