बरेली (ब्यूरो)। डिप्टी सीएम एवं हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक ने जनपद में मलेरिया और डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने थर्सडे को नगर में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद स्वास्थ्य विभाग की मंडलीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान दो टूक कह डाला कि जिला अस्पताल हो या फिर कोई भी सीएचसी-पीएचसी, डेंगू-मलेरिया के पेशेंट्स के उपचार में लापरवाही नहीं बरती जाए। यदि कहीं भी ऐसा कोई मामला सामने आया तो लापरवाही करने वालों के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने सीएमओ को समस्त सीएचसी-पीएचसी पर भी डेंगू, मलेरिया के मरीजों के इलाज के लिए बेड आरक्षित करने के निर्देश भी दिए, जिससे इमरजेंसी की स्थिति में जिला अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए न दौडऩा पड़े.उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक थर्सडे को अपराह्न 3:15 बजे बरेली पहुंचे। समीक्षा बैठक में उन्होंने सबसे पहले जिलेवार डेंगू-मलेरिया के केसेज की जानकारी मांगी। पता चला कि डेंगू के मामले में बरेली सबसे आगे चल रहा है। इस पर मंत्री ने चारों जिलों के सीएमओ को आदेश दिए हैं कि डेंगू मलेरिया के मरीजों के इलाज के लिए सिर्फ जिला अस्पताल पर ही निर्भर नहीं रहा जाए। सभी सीएचसी पीएचसी पर भी डेंगू मलेरिया के मरीजों के इलाज के लिए बेड आरक्षित किए जाएं जितने भी बेड उपलब्ध हैं उनमें से कुछ बेड पर च्च्छरदानी आदि की व्यवस्था की जाए और उन्हें वहीं पर इलाज मुहैया कराया जाए। इसी के साथ उन्होंने अधिकारियों को यह भी चेतावनी दी कि यदि किसी भी जिले की डेंगू मलेरिया के इलाज में लापरवाही की शिकयती मिली तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। करीब एक घंटे तक चली बैठक में उन्होंने हेल्थ एवं वेलनेस की सक्रियता बढ़ाने को भी निर्देशित किया है। साथ ही यह भी कहा कि जिन हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर लैपटाप नहीं पहुंचे हैं। वहां जल्द से जल्द लैपटाप पहुंचाए जाएं। जिससे टेलीकंसल्टेशन में दिक्कत न आए।

जल्द मिलेगा स्टाफ
बैठक में सीएमओ डॉ। विश्राम ङ्क्षसह ने कहा कि जिले में तीन सौ बेड अस्पताल को शुरू करने के लिए उनके पास स्टाफ नहीं है। इसकी वजह से मल्टी सुपरस्पेशिलिटी अस्पताल में केवल सामान्य ओपीडी हो रही है। सीएमओ ने अस्पताल को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए स्टाफ की मांग की थी। जिस पर उप मुख्यमंत्री ने जल्द से जल्द स्टाफ मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

रिस्पांस टाइम हो ठीक
स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी सीएमओ को कहा है कि वह अपनी समीक्षा बैठक में हर बार एंबुलेंस अधिकारियों को जरूर शामिल करें। साथ ही एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम की समीक्षा जरूर करें। किसी भी स्थिति में ऐसा न हो कि मरीजों को एंबुलेंस के लिए इंतजार करना पड़े। जल्द से जल्द मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा मिलनी चाहिए।

वेलनेस सेंटर्स हों दुरुस्त
जिले में हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों को लेकर उप मुख्यमंत्री ने सख्त टिप्पणी की है। कहा है कि डेंगू मलेरिया और बुखार का सीजन चल रहा है। ऐसे में सभी सीएमओ इस बात को सुनिश्चित कर लें कि जिले के किसी भी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों ताला नहीं मिलना चाहिए। इस बात का ध्यान रखा जाए कि सभी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर समय से खुले और मरीजों को इलाज दिया जाए।