बरेली (ब्यूरो )। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो और यूथ के लिए रोजगार हो, इसके साथ ही महंगाई पर कंट्रोल करने वाली सरकार हो। क्योंकि इसी से देश का विकास हो सकता है। यह कहना था बरेली कॉलेज में कर्मचारियों और स्टूडेंट्स का जो आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में मुद्दे को देखकर वोट करेंगे। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की राजनीति &वॉयस ऑफ यूथ&य की चुनावी चर्चा के दौरान युवाओं ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। मंडे को राजनीति चर्चा में यूथ ने न सिर्फ अपनी बात रखी बल्कि चर्चा में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। लोगों का कहना था कि करप्शन आज भी हमारे देश में बड़ी समस्या बनकर खड़ा है, जिसको खत्म करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। इसके साथ ही यूथ को रोजगार देने वाली सरकार चाहिए।

हर यूथ को मिले काम
आज इस महंगाई के दौर में यूथ को रोजगार की जरूरत है। क्योंकि इस महंगाई के दौर में जब यूथ को रोजगार नहीं मिलेगा तो वह और परेशान होगा। इसीलिए जो भी सरकार आए वह यूथ को रोजगार के लिए काम करने वाली हो। आज के समय में करप्शन भी एक बड़ी समस्या बन गया है। किसी काम को कराने के लिए आज हर जगह रिश्वतखोरी होती है, लेकिन इसके लिए सरकार को पारदर्शिता करनी होगी। उसके लिए ठीक से फॉलो कराना भी होगा, ताकि हर काम में पारदर्शिता लाई जा सके। इस बार वह जिस भी कैंडिडेट्स को वोट के लिए सिलेक्ट करेंगी वह पढ़ा लिखा और साफ छवि वाला हो तभी वह उसको वोट करेंगे।

जातिवाद को कोई जगह नहीं
चुनावी चर्चा के दौरान मौजूद लोगों का कहना था कि वह इस बार वोट उसी को करेंगे जिस कैंडिडेट के पास विकास के लिए मुद््दा हो। क्योंकि जातिवाद से कुछ नहीं होता है बल्कि विकास का मुद््दा हो विकास कराने वाला हो।

मिले क्वालिटी एजुकेशन
शहर के बरेली कॉलेज में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची, जहां पर कई कर्मचारियों के साथ स्टूडेंट्स भी मौजूद थी जो पहली बार वोट करेंगी। वॉयस ऑफ यूथ की परिचर्चा के तहत लोगों ने कहा कि सरकार कोई भी हो आम पब्लिक तो सिर्फ अपना एजेंडा देखकर ही वोट करती है। क्षेत्रवाद या फिर जातिवाद को देखकर अब कोई वोट शायद नहीं करता है। क्योंकि अब दौर बदल गया है। आज के दौर में सबसे अहम है यूथ को रोजगार मिले ताकि वह खाली न रहे। इसके लिए जरूरी है कि उसके लिए अच्छी शिक्षा मिले। जब किसी को अच्छी शिक्षा मिलेगी तभी उसको रोजगार मिल सकेगा।

महंगाई बड़ी समस्या
राजनीति चर्चा के दौरान यूथ का कहना था कि आज के समय में महंगाई इतनी अनकंट्रोल हो गई जैसे कि आम आदमी का ध्यान ही नहीं रखा जा रहा है। जबकि समाज में हर तरह का व्यक्ति रहता है। इसके लिए जरूरी होगा कि सरकार महंगाई कंट्रोल करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए। ताकि आम लोगों को भी कोई प्रॉब्लम न हो।

बरेली कॉलेज बने यूनिवर्सिटी
बरेली कॉलेज में मौजूद कर्मचारियों का कहना था कि बरेली कॉलेज को बने हुए करीब डेढ़ सौ साल से अधिक हो गए हैं। लेकिन अभी तक कॉलेज को सिर्फ कॉलेज का ही दर्जा मिला हुआ है। अंग्रेजों के समय के इस कॉलेज को अब यूनिवर्सिटी बनाया जाए ताकि स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिल सके। क्योंकि यूनिवर्सिटी बनने से रोजगार के साधन के साथ स्टूडेंट्स को भी बेहतर पढ़ाई का मौका मिलेगा।



पहला मुद्दा
करप्शन
हमारे यहां जो करप्शन है उसको खत्म किया जाना चाहिए। देश में करप्शन को खत्म करने वाली सरकार हो। जो भी सरकारें आती है वह करप्शन खत्म करने का दावा तो करती है लेकिन करप्शन खत्म करने में कितना कामयाब होती है वह सभी देख रहे हैं। सरकार जो भी हो उसके पास करप्शन रोक ने का कोई ठोस तरीका हो, अगर सरकार के पास कोई ठोस तरीका करप्शन रोकने के लिए नहीं होगा तो करप्शन रूकने की जगह और बढ़ता रहेगा।

दूसरा मुद््दा
विकास
विकास की लम्बी-लंबी बाते नहीं बल्कि विकास करने वाली ही सरकार हो। आम जन की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए देश और राज्य के विकास के लिए काम करने वाली हो। क्योंकि सरकार ही देश और राज्य में बदलाव कर सकती है। इसके लिए जरूरी है कि सरकार जो भी आए वह विकास की बात करने वाली हो। अगर हमारी सरकार के पास विकास का कोई मुद्दा ही नहीं होगा तो इससे लोगों को नुकसान होगा।

तीसरा मुद््दा
महिला सुरक्षा
सरकार महिला सुरक्षा की बात तो करती है लेकिन महिलाओं को सुरक्षा कितनी मिल पाती है उसका भी ध्यान देना चाहिए। महिलाओं के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन वह अभी पर्याप्त नहीं हैं, इसीलिए आए दिन महिलाओं के साथ घटनाएं होती रहती है। हालांकि सरकार ने बहुत कुछ किया है लेकिन उसको बेहतर तरीके से और प्रभावी बनाया जाए।

चौथा
शिक्षा
शिक्षा ऐसी हो जिससे यूथ को रोजगार मुहैया हो। लेकिन शिक्षा ऐसी है जिससे यूथ पढ़ लिखकर बेरोजगार बन रहा है। हमें अपनी प्राइमरी शिक्षा को भी मजबूत करना होगा। प्राइमरी शिक्षा में सुधार होने के साथ उच्च शिक्षा में बदलाव अहम है। शिक्षा में बदलाव नहीं होने से यूथ सेल्फ डिपेंड नहीं हो पा रहा है।

पांचवां
महंगाई
हमारे यहां एक वर्ष की महंगाई की बात करें तो दोगुना से भी अधिक हो गई है। सरकार ने यूपी के साथ बरेली में भी विकास किया है इसमें कोई शक नहीं लेकिन महंगाई को भी कंट्रोल करना चाहिए। महंगाई चरम पर पहुंच गई है। इतनी महंगाई अधिक हो गई है। इसे कंट्रोल करने की जरूरत है। इस महंगाई के कारण अन्य वस्तुएं भी आम लोगों की पहुंच से दूर हो रही हैं।
आम लोगों की बात
किसी भी दल का नेता हो वह बेदाग हो। कम से कम उसे इतना तो अधिकार दिया जाना चाहिए कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता की समस्या को दूर कर सके।
अमन

रोजगार को लेकर सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। तभी यूथ को रोजगार मिल सकेगा। इसके लिए जरूरी है कि सरकार को रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए.
अमित

सरकार को चाहिए कि जो एग्जाम होते हैं उसमें पेपर लीक न हो। इसके लिए सिक्योरिटी अहम है। एग्जाम से पहले पेपर लीक होना सुरक्षा में बड़ी चूक है।
नीरज

शहर की सभी सडक़ों का एक साथ निर्माण शुरू कर दिया है। अब ऐसे में कहीं पर भी रोड निकलने लायक नहीं बची है। आगामी दिनों में इसका लाभ तो मिलेगा लेकिन अभी से ही प्लानिंग करके एक-एक तरफ की रोड को ठीक कराना चाहिए था।
रामपाल

बड़ी बातें करके विकास की बातें करने वाली सरकार नहीं बल्कि रोजगार के साधन बढ़ाने वाली और रोजगार मुहैया कराने वाली सरकार चाहिए। क्योंकि रोजगार नहीं होगा तो बेरोजगारी बढ़ेगी।
जितेन्द्र
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फ्यूल के रेट सरकार ने इतना बढ़ा दिए हैं कि आम लोगों को परिवार के साथ गुजारा करना मुश्किल सा हो गया है। सरकार को चाहिए महंगाई बढ़ाए लेकिन आम लोगों की समस्याओं को भी देखते हुए बढ़ाए.
रामऔतार