बरेली (ब्यूरो) । मंहगाई हर सेक्टर में बढ़ गई है कि बजट बैलेंस करना मुश्किल हो गया है। जिसकी वजह से प्रत्येक व्यक्ति परेशान है। सबसे ज्यादा मुश्किल मिडिल क्लास व्यक्ति की हो गई है। पहले से ही हर चीज पर मंहगाई की मार के बाद अब कपड़ों पर जीएटी की मार से दिक्कतें तो बढ़ेगी ही। नार्मली लोगों को परिवार में खर्च का बैलेंस बनाना मुश्किल हो गया था। इस पर कपड़ों व जूतों पर मंहगाई। शादी का सीजन चल रहा है। ऐसे में कपड़े या शूज कितना भी क्यों न महंगा हो जाए लोगों को खरीदना ही होता है। पहले कपड़ों पर 5 परसेंट की जीएसटी लगती थी लेकिन अब यह 12 परसेंट कर दी गई है। जबकि जूतों पर 7 परसेंट कर दी गई है।


कपड़ों पर लगेगी 12 परसेंट जीएसटी
जीएसटी लागू होने की वजह से लोगों को बहुत परेशानी हो सकती है। ऐसे में आम लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत होगी। जहां पहले 5 परसेंट जीएसटी लगती थी वहीं अब कपड़ों पर 12 परसेंट की जीएसटी लगेगी। जिसकी वजह से मिडिल क्लास फैमली की जेब पर असर पड़ेगा। क्योंकि मंहगाई होने से इसी वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।

फुटवियर में भी लगी जीएसटी
पहले से कुछ शूज प्रोडक्ट बहुत मंहगे थे। उसके बाद भी उनकी डिमांड मार्केट में रहती थी। जिनका क्रेज लोगों में हमेशा रहता है। अब जबकि फुटवियर पर भी 7 परसेंट जीएसटी लगेगी तो देखने वाली बात यह होगी कि ब्रांड का ट्रेंडेवल डिमांड क्या रहती है। पहले फुटवियर पर 5 परसेंट ही जीएसटी लगता था।

व्यापार पर पड़ेगा असर
व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी बढऩे से एक साथ व्यापार कम होने का डर है क्योंकि इससे सबसे ज्यादा थोक व्यापारियों को नुकसान होगा। क्योंकि उन्हें पुराने रखे हुए माल की भी जीएसटी देनी होगी। ऐसा होने से रेडीमेड गारमेंट्स बहुत प्रभावित होगा। पहले 5 परसेंट तक जीएसटी लगती थी तब लोगों परेशानी होती थी। लेकिन अब जब 12 परसेंट की जीएसटी हो गई तो व्यापार में तो नुकसान होगा ही।

फैक्ट एंड फिगर
होलसेल दुकाने रेडीमेड गारमेंट्स-300
फुटकर दुकानें रेडीमेड -2000 से 2500
साड़ी की होलसेल दुकानें-1000
साड़ी की फुटकर दुकानें-1500 से 1800
फुटवियर की टोटल दुकानें-700

अभी लगभग दो सालों तक सरकार को कोई टैक्स नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि अभी लोग कोरोना से उबरे हैं ऐसे में अगर मंहगाई बढ़ती है तो लोगों के लिए और मुश्किल हो जाएगी। व्यापार में मंदी आने का भी डर रहेगा।
दर्शन लाल भाटिया, अध्यक्ष, रेडीमेड कपड़ा एसोसिएशन

मंहगाई वैसे ही बहुत बढ़ गई है। इसके बाद भी सरकार जीएसटी लगा रही है। जिसकी वजह से मार्केट पर असर पड़ेगा। क्योंकि कोरोना की वजह से पहले ही मार्केट में मंदी थी। अब जब थोड़ा ठीक हुआ उस पर जीएसटी की मार इससे व्यापार में घाटा होने का डर है।
सतनाम सिंह अनेजा, ओनर, फिट एंड फाइन ,फुटवियर

सरकार ने इतनी मंहगाई कर दी है। जिसकी वजह से महीने का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। उस पर अब यह जीएसटी की वजह से कपड़ा और फुटवियर मंहगा हो गया है। जिससे आम लोगों को बहुत परेशानी होगी।
हरीश, कस्टमर

मंगाई की वजह से लोगों की पहले ही इतनी परेशानी थी। जिसकी वजह से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। शादी के सीजन और यह कपड़ों पर मंहगाई की समस्या मिडिल क्लास को सबसे ज्यादा होती है।
शिवशंकर, कस्टमर