बरेली: शहर को इटली न बनने दें और जिम्मेदार नागरिक बनें। इसीलिए जरूरत होने पर ही घरों से बाहर निकलें। कहीं पर भी भीड़ न लगाएं। पुलिस-प्रशासन इस समय लोगों से कुछ इस तरह की अपील कर रही है क्योंकि कोरोना का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। इसी के चलते शहर में लॉकडाउन किया गया है। कोरोना को अवेयरनेस और अलर्टनेस से ही हराया जा सकता है। इसलिए खुद के साथ ही दूसरों को भी सेफ्टी का ख्याल रखें। और लॉकडाउन में सहयोग करें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे और पहले की ही तरह लाइफ पटरी पर आ जाएगी।

इटली से लें सबक

इटली में संक्रमण फैलने का मेन कारण था पब्लिक प्लेसेज पर भीड़ होना। जिस कारण अधिक से अधिक लोगों में संक्रमण फैला और बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। इसीलिए जरूरी है कि आप एक जिम्मेदार नागरिक बनकर खुद को संक्रमण से बचाएं ताकि इटली जैसे हालात बरेली में नहीं बनने पाएं।

बेवजह घर से बाहर न निकलें

लॉक डाउन का मतलब यही है कि विशेष जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले। आवश्यक सेवाएं शुरू रहेंगी लेकिन इसके लिए बेवजह घरों से निकलने से बचें तो बेहतर होगा। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकना है तो हम सभी को इसके लिए पहल करनी होगी।

मास गैदरिंग से बचें

ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। साथ ही मास गैदरिंग न करें। यह वायरस एक से दूसरे में बहुत तेजी से फैलता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा टाइम घरों पर ही रहें जिससे अगर कोई वायरस से संक्रमित होगा तो उसके संपर्क में आप नहीं आएंगे और सेफ रहेंगे।

-लॉक डाउन को प्रशासन फॉलो उससे पहले हम सभी को एक जिम्मेदार नागरिक बनकर खुद फॉलो करें। क्योंकि वायरस का संक्रमण न फैले इसके लिए लॉक डाउन किया गया है, इसे फॉलो करके हम अपने साथ अपनों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

नंद किशोर, एडवोकेट

हमारा थर्ड फेस चल रहा है फोर्थ फेस में ना जाना पड़ा। पीएम के प्रयास में सभी को सहयोग करना चाहिए। इससे परिवार को समय देने का मौका भी है और खुद को सुरक्षित रखने के साथ परिवार को भी सुरक्षित रख सकेंगे।

मुकेश गुप्ता, चेयरमैन, फ्यूचर ग्रुप

सोशल गैदरिंग और हाइजिन से बचे और अफवाहों से बचें फैमिली को समय दे। प्रणायम करें। लॉक डाउन में सहयोग करना चाहिए। इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान दें। इससे वायरस जल्दी अटैक नहीं कर पाएगा।

विशेष कुमार, लाइफ आर्ट एक्सपर्ट

- लॉक डाउन अत्यंत आवश्यक है। वायरस संक्रमण किसी दूसरे में नहीं जा सकेगा। इसीलिए हमें इस काम में सहयोग करना चाहिए। जब तक संक्रमण नहीं फैलेगा तब तक हम सुरक्षित रह सकेंगे।

डॉ। अमित वर्मा, फार्मेसी डिपार्टमेंट,आरयू