आई एक्सक्लूसिव

- कोरोना पॉजिटिव प्रेग्नेंट महिलाओं की डिलीवरी के लिए बनाया जाएगा लेबर रूम

- व्यवस्था न होने के चलते एक दिन पहले रेफर की गई थी प्रेग्नेंट लेडी, कोरोना पॉजिटिव होने पर की गई थी रेफर

बरेली : 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में जल्द ही बच्चों की किलाकारियां भी गूंजेंगी। पढ़कर चौंक गए न, लेकिन यह बिल्कुल सच है। यहां पर जल्द ही लेबर रूम बनाया जाएगा, जहां पर कोरोना पॉजिटिव प्रेग्नेंट लेडीज की डिलीवरी की जा सकेगी। इसके लिए परिसर में वार्ड भी प्रबंधन ने चिंह्नित कर लिया है। सीएमएस के मुताबिक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। अगले हफ्ते से एल वन बिल्डिंग में दो रूम के वार्ड को लेबर रूम बना दिया जाएगा।

रेफर की गई थी गर्भवती

सैटरडे को पीलीभीत से गंभीर हालत में एक संक्रमित प्रसूता को 300 बेड हॉस्पिटल रेफर किया गया था, लेकिन यहां प्रसूता की डिलीवरी के लिए पर्याप्त संसाधन न होने के चलते उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां पेशेंट्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के चलते करीब एक घंटा तक एडमिट नहीं किया गया। इससे उसकी जान को खतरा हो सकता था। बाद में सीएमएस के कहने पर उसे एडमिट कर डिलीवरी कराई गई।

फीमेल हॉस्पिटल में थी व्यवस्था

कोविड का संकट गहराया तो शासन ने गाइड लाइन जारी कि बिना कोविड जांच के बॉडी टेस्ट और ऑपरेशन नहीं किया जाएगा जिसके अनुपालन में जिला महिला अस्पताल में एडमिट होने वाली प्रसूताओं की कोविड जांच कर डिलीवरी और ऑपरेशन किए जा रहे हैं। जांच में संक्रमित मिलने वाली प्रसूताओं के लिए जिला महिला अस्पताल में ही अलग से लेबर रूम बनाया गया था, लेकिन अब कोविड का संकट कम होने पर यहां यह व्यवस्था खत्म कर दी गई है।

4 डिस्ट्रिक्ट के एडमिट हो रहे कोरोना पेशेंट

पिछले दो माह की बात करें तो डेली से 5 से 10 पेशेंट्स में कोरोना की पुष्टि हो रही है। संक्रमितों का ग्राफ कम होते ही शासन ने मंडल के चारों जिले में बनाए गए कोविड हॉस्पिटल को खत्म कर वहां संक्रमित आने वाले पेशेंट्स को 300 बेड हॉस्पिटल में ही भर्ती करने के आदेश दिए हैं।

हॉस्पिटल में लेबर रूम बनाने के लिए जगह का चयन कर लिया गया है। प्रसूता की डिलीवरी संबंधी अन्य संसाधन जुटाए जा रहे हैं। इसी सप्ताह से ही लेबर रूम की सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।

डॉ। वागीश वैश्य, सीएमएस, 300 बेड हॉस्पिटल