जिले में 5 सरकारी कोविड सेंटर, जबकि 19 प्राइवेट हॉस्पिटल में कोविड सेंटर

फैक्ट एंड फीगर
जिले की आबादी -51,53,869
सरकारी कोविड सेंटर -05
1 -300 बेड कोविड हॉस्पिटल
2- सीएचसी बहेड़ी
3- सीएचसी मीरगंज
4-सीएचसी शरेगढ़
5-सीएचसी आवंला

प्राइवेट कोविड सेंटर-19
1-एसआरएमएस
2-राजश्री हॉस्पिटल
3-रोहिलखंड हॉस्पिटल
4-खुशलोक हॉस्पिटल
5-गंगाशील हॉस्पिटल
6-साई सुखदा हॉस्पिटल
7-मेडीसिटी हॉस्पिटल
8-रामकिशोर हॉस्पिटल
9-क्लारा स्वॉन मिशन
10-विनायक हॉस्पिटल
11-फ्यूचर हॉस्पिटल
12-मेधांश हॉस्पिटल
13-गंगाचरण हॉस्पिटल
14-धनवंतरी हॉस्पिटल
15-महेंद्र गायत्री हॉस्पिटल
16-एपेक्स हॉपिस्टल
17-दीपमाला हॉस्पिटल
18-केयर हॉस्पिटल
19-सिद्धी विनायक हॉस्पिटल

554 जिले में कुल आईसीयू बेड
149 वेंटीलेटर बेड
2038 जिले में हैं हॉस्पिटल
242 सामान्य बेड
1252 ऑक्सीजन बेड

जिले में बनाए गए कंटेन्मेंट जोन
ग्रामीण-866 शहर-542
एक्टिव कंटेन्मेंट जोन
ग्रामीण-72 शहर -153

बरेली : जब से कोविड की तीसरी लहर की आहट हुई लोगों में डर लौटने लगा है। देखते ही देखते कोरोना के केसों ने रफ्तार पकड़ ली। अब हाल यह है कि पूरे देेश में लाखों की संख्या में केस बढऩे लगे हैं। वहीं अगर बात करें जिलेे की तो जिले में भी कोरोना के केस 1100 पार हो गए हैं। इन हालातों से लडऩेे के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगभग तैयारियां पूरी हो चुकी है। वहीं अगर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो जिले की जनसंख्या 51,53,869 है। इसके बावजूद सिर्फ 5 सरकारी हॉस्पिटल में ही कोविड सेंटर हैं। जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में 19 कोविड सेंटर बने हुए हैैैं। ऐसे में कोविड के बढ़ते हुए केसों ने समस्या औैर भी बढ़ा दी हैं।

तेजी से बढ़ रहे एक्टिव केस
जनवरी शुरु होते ही कोविड के केसों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को और ज्यादा अलर्ट होने की जरुरत है। वहीं जब हॉस्पिटल में सुविधाओं को टोटा होगा तो इसे कैसे रोका जाएगा। क्योंकि जिसे तेेजी से केसों में बढ़त देखी जा रही हैै उस हिसाब से रोकना मुश्किल सा लग रहा है। ऐसे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक होना और खुद की सुरक्षा करना भी जरूरी हो गया है।

वैक्सीनेशन में न करें देरी
कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार बढऩे के चलते सबसे ज्यादा फोकस वैक्सीनेशन बढ़ाने पर है। इसे लेकर प्रशासन ने वैक्सीनेशन के लिए और ज्यादा सख्ती कर दी है। डीएम शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, जिससे वैक्सीनेशन ज्यादा से ज्यादा हो। अब किशोरों को भी तेजी से वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसके लिए स्कूलों में कैंप भी लगाए जा रहे हैं।

इलाज कराना होगा मुश्किल
कोविड की दूसरी लहर में केसेस बढ़े तो कोविड हॉस्पिटल्स में मरीजों को बेड के लिए खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीजों ने बेड न मिलने के चलते जमीन पर ही दम तोड़ दिया। वहीं प्राइवेट कोविड सेंटर्स में गेट ही लॉक कर दिए गए। अब कोविड की तीसरी लहर में केसेस बढऩे के साथ लोगों को फिर डर सताने लगा है। सबसे ज्यादा दिक्कत उन मरीजों को उठानी होगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। सरकारी कोविड सेंटर्स की कम संख्या के चलते इन मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि अभी ज्यादातर कोविड मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है, जिससे हॉस्पिटल में फिलहाल बेड को लेकर अभी स्थिति सामान्य है।


वर्जन
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पूरी तैयारी लगभग पूरी है। अब तक जितने केस सामने आए हैं। उन्हें होम आइसोलट किया गया है। सैंपलिंग लगातार चल रही है।
डॉ बलवीर सिंह, सीएमओ