एक्सक्लुसिव न्यूज
BAREILLY: शहर की सफाई का जिम्मा संभालने वाले नगर निगम में इन दिनों अपने ही कर्मचारियों के घरेलू समस्याओं की सफाई का अभियान चल रहा है। मसला दरअसल फोर्थ क्लास कर्मचारियों की 'इश्कबाजी' से जुड़ा हुआ है। पिछले दो माह में करीब 30 से ज्यादा कर्मचारियों की पत्िनयां फरियाद लेकर पहुंच रही हैं। सभी की एक ही शिकायत 'उनके पति के दूसरे औरत के साथ संबंध हैं। पति खर्चा नहीं देता और शराब पीकर या रोकने टोकने पर मारता पीटता है'। नगर आयुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव ने नाखुश होकर आदेश दिया है कि ऐसे कर्मचारियों की बहुत दूर पोस्टिंग कर दी जाए ताकि वह अपनी प्रेमिकाओं से न मिल सकें। फिर भी अगर वह न सुधरें तो उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
खर्चा नहीं साहब पति चहिए
पिछले दिनों नगर निगम में दोपहर करीब दो बजे एक सफाई कर्मचारी की पत्नी नगर आयुक्त कार्यालय में आ धमकी। नगर आयुक्त को सौंपे प्रार्थना पत्र में पति को अपने स्तर से समझाकर वापस लौटाने की मांग की। पत्र पढ़कर नगर आयुक्त ने पूछा पति चाहिए या उसका वेतन। पत्नी ने कहा 'साहब पति चाहिए। पति के बगैर रुपए का क्या करूंगी। मामले पर नगर आयुक्त ने उसे पति को समझाने का आश्वासन दिया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक आरोपी सफाईकर्मी का ट्रांसफर कर दिया गया है। नगर आयुक्त के मुताबिक कर्मचारियों की पत्िनयां वेतन की बजाय पति की मांग कर रही हैं। अब तक एक ने भी नहीं कहा कि उसे वेतन चाहिए। जबकि आरोप के मुताबिक कर्मचारी उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
मानसिक स्थिति पर असर
मंडे दोपहर नगर आयुक्त के पास हेड माली की पत्नी पहुंची। कहा कि पति का दूसरी औरत के साथ पिछले काफी दिनों से संबंध है। समझाने पर वह मारता पीटता है और बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार करता है। उस औरत को तो अब घर में ही लाकर रख लिया है। नगर आयुक्त ने पूछा क्या कार्रवाई कर दूं। जवाब मिला कि साहब ट्रांसफर बहुत दूर कर दो। ताकि उस औरत से न मिल सके। कहा, साहब पति को कार्यालय में बुलाओ, समझाओ फिर उसे दूर भेजो। नगर आयुक्त ने कहा 'ओके'। लेकिन वह जिद पर अड़ी रही। वहां मौजूद अन्य कर्मचारी उसे बाहर लेकर गए। बाहर जाकर वह फिर रोने और चिल्लाने लगी। जानकारी करने पर पता चला कि वह पति की इन हरकतों से मानसिक संतुलन खोती जा रही है।
एक नजर में
- 60 दिनों में 30 से ज्यादा मामले पहुंचे
- 2 दिन में 1 मामला पहुंच रहा कार्यालय
- सफाई कर्मचारी, मालियों की है शिकायत
- 1 से 3 बजे दोपहर में पहुंचती हैं ऑफिस
- 2200 हैं नगर निगम में सफाई कर्मचारी व अन्य
फोर्थ क्लास कर्मचारियों की पत्िनयों की शिकायत सुनूं या शहर की समस्याएं दूर करूं। कर्मचारियों की ऐसी शिकायतें हर दिन आ रही हैं। उन्हें मर्यादा, जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा का सबक सिखाने के लिए कार्रवाई करनी ही पड़ेगी। पहले ट्रांसफर करूंगा और फिर भी शिकायत आई तो सस्पेंड कर दूंगा।
राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त