- यूपी महिला आयोग की सदस्य रश्मि जायसवाल ने सर्किट हाउस में सुनी पीडि़ताओं की समस्याएं

-विभाग के अफसरों के साथ की समीक्षा बैठक, आयोग की सदस्य के सामने रो पड़ी पीडि़ताएं

BAREILLY :

यूपी महिला आयोग की सदस्य के सामने अपनी पीड़ा लेकर वेडनसडे सुबह को पहुंची पीडि़ताएं पीड़ा सुनाने से पहले तो कोई पीड़ा सुनाते-सुनाते फफक पड़ी। एक महिला की तो पीड़ा सुनकर खुद आयोग की सदस्य खड़ी हो गई और उसे गले लगाकर शांत कराया जिसके बाद उसकी समस्या सुनी। पीडि़ताओं की समस्या सुनकर महिला आयोग की सदस्य रश्मि जायसवाल का भी पारा चढ़ गया। दो केस में तो उन्होंने चौकी चौराहा चौकी इंचार्ज प्रीती पंवार और बारादरी इंस्पेक्टर को तुरंत तलब कर लिया। हालांकि प्रीती पंवार ने छुट्टी पर होने का बहाना बनाया। उन्हें छुट्टी पर होने के बाद भी शाम तक आने को कहा है। इस दौरान कई महिलाओं की समस्या सुनकर उनका समाधान भी किया गया।

16 पीडि़ताओं ने सुनाई पीड़ा

यूपी महिला बाल आयोग की सदस्य ने सर्किट हाउस में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर पीडि़ताओं की समस्याओं को सुना। जनसुनवाई में कुल 16 पीडि़ताएं पहुंची। वहीं एक मामले में महिला ने अपने ससुर पर गलत संबंध बनाने के लिए दवाब डालने का आरोप लगाया। गलत संबंध नहीं बनाने पर पति से मारपीट कर घर से निकलवा दिया। महिला ने पूरे मामले की ऑडियो रिकॉर्डिग महिला आयोग की सदस्य को सौंपी है। एक अन्य मामले में महिला ने पति पर आरोप लगाया कि पति ने दूसरा निकाह कर लिया है जबकि वह शौहर के साथ रहना चाहती है। इसी तरह एक महिला ने चिट फंड कंपनी में रुपए लगाकर ठगी करने का आरोप लगाया तो महिला आयोग की सदस्य ने बारादरी इंस्पेक्टर को बुलाया जिस पर महिला की गलती निकली तो उन्होंने महिला को समझाते हुए कहा कि गलत किसी को मत फंसाओ। रशिम जायसवाल ने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि उनकी एक फ्रेंड थी जिसने उनके भी कुछ रुपए निजी कंपनी में लगवा दिए लेकिन कंपनी भाग गई तो उनके रुपए भी चले गए अब वह इसके लिए फ्रेंड को दोषी नहीं बना सकती। इसीलिए चिट फंड कंपनी में रुपए लगाने से पहले आपको सोचना चाहिए था किसी की गलती नहीं है।

केस:1 चौकी इंचार्ज छुट्टी पर हैं तो क्या, बुलाओ

महिला बाल आयोग की सदस्य के पास पहुंची कटरा चांद खां निवासी उदय गुप्ता उर्फ उन्नति गुप्ता ने बताया कि उनकी शादी नवादा शेखान निवासी सौरभ गुप्ता से 7 मई 2007 को हुई थी। शादी के बाद से पति ने दहेज में भैंस और स्कूटी की डिमांड कर दी। मांग पूरी नहीं होने पर पति ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। विरोध करने पर 3 अक्टूबर 2017 को घर से निकाल दिया। महिला ने एफआईआर दर्ज कराई तो पुलिस आरोपी परकार्रवाई करने की जगह उस पर फैसले का दवाब डाल रही है। यह बात कहते हुए महिला रो पड़ी। इस पर आयोग की अध्यक्ष ने चौकी इंचार्ज का नाम पूछा तो प्रीती पंवार बताया। यह सुनते ही महिला आयोग की सदस्य ने तुरंत प्रीती पंवार को तलब किया लेकिन मौके पर मौजूद एसआई ने बताया कि प्रीती पंवार आज छुट्टी पर हैं। इस पर आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि छुट्टी पर हैं तो भी बुलाओ बात करनी है।

केस:2 धोखा देकर की शादी

सर्किट हाउस में आयोग की सदस्य के सामने पहुंची एक पीडि़ता अपनी पीड़ा सुनाने से पहले ही रो पड़ी। इस पर आयोग की सदस्य ने उठकर उसे गले लगाया और उसे हिम्मत बंधाई, पानी पिलाया। 10 मिनट बाद महिला रिलेक्स हुई तो उसने अपनी पीड़ा बयां की तो आयोग की सदस्य का भी पारा चढ़ गया। महिला ने बताया कि उसकी शादी करगैना में एक वर्ष पहले हुई है। ससुर शिक्षा विभाग में कार्यरत है। पति उसके साथ मारपीट करता है और पांच लाख रुपए की डिमांड करता है, जिसका फायदा ससुर उठाना चाहता है। शादी के समय बताया कि लड़का गोवा में 35 हजार रुपए प्रति माह की जॉब करता है। ससुर उससे संबंध बनाने के लिए दवाब डालता है। मारपीट से परेशान होकर वह मायके चली गई। उसके बाद भी ससुर फोन पर अश्लील बातें करता है। महिला ने इसकी रिकॉर्डिग भी आयोग की सदस्य को सुनवाई, जिस पर उन्होंने आरोपी को तुंरत अरेस्ट कर सामने पेश करने को कहा। हालंाकि आरोपी तो नहीं मिला लेकिन आयोग की सदस्य के सामने पति और सास पहुंची। जिस पर दोनों की काउंसलिंग के बाद हाथ मिलवाया और केस काउंसलिंग के लिए ट्रांसफर करा दिया।

केस:3 नेताओं के नाम नहीं समस्या सुनाओ

नेताओं के नाम मुझे मत सुनाओ मैं निष्पक्ष समस्या सुनने के लिए आई हॅँू और निष्पक्ष ही कार्रवाई होगी। इसीलिए समस्या बताओ। यह बात महिला आयोग की सदस्य ने खुद को बहेड़ी विधानसभा आईटी प्रभारी बताने वाले वीरपाल से कही। दरअसल वीरपाल ने बहेड़ी की इंडेन गैस एजेंसी से कनेक्शन के लिए 3 हजार रुपए 27 अक्टूबर 2017 को जमा किए, आरोप है कि दिवाली पर कॉल आई कि सात हजार रुपए और जमा करो तब कनेक्शन मिलेगा। आरोप है इस दौरान एजेंसी धारक ने वीरपाल की पत्नी रजनी से अभद्रता की। वीरपाल धर्मेन्द्र प्रधान, सुनील बंसल सहित तमाम नेताओं के नाम बताए कि वह सभी को अवगत करा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी आरोपी पर एक्शन नहीं हुआ, क्योंकि आरोपी क्षेत्र के विधायक के पास पहुंच गया। इस पर आयोग की सदस्य ने पूछा क्या कार्रवाई चाहते हो, तो वीरपाल काफी देर बाद बोले कि एजेंसी धारक पत्नी से माफी मांगे। जिस पर आयोग की सदस्य ने मामले का समाधान करने के लिए डिप्टी सीपीओ को आदेश दिया।