-क्राइम ब्रांच ने राजेश मौर्या की निशानदेही पर मिले रिकॉर्ड का किया मिलान
-अब इन्वेस्टर्स के रिकार्ड से रिकार्ड का होगा मिलान, अभी भी पुलिस ने नहीं की गिरफ्तारी
BAREILLY: 300 करोड़ की महाठगी के मामले में पुलिस ने अब तक 67 करोड़ की ठगी के रिकॉर्ड का मिलान कर लिया है। गंगा इंफ्रासिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश मौर्या की निशानदेही पर मिले दस्तावेजों से 2498 निवेशकों का रिकॉर्ड मिल गया है। अब पुलिस रजिस्ट्री ऑफिस और नोटरी से जमीन का रिकॉर्ड मिलने का इंतजार कर रही है, जिसके बाद से फाइनल हो जाएगा कि कितने की ठगी हुई थी। हालांकि पुलिस शिकायत करने वाले निवेशकों से भी रिकॉर्ड मांग रही है। दोनों के रिकॉर्ड का मिलान किया जाएगा।
27 जुलाई को पुलिस ने पकड़ा
पुलिस ने 27 जुलाई को राजेश मौर्या को गाजियाबाद से हिरासत में लिया था। उसके बाद उसे बरेली लेकर आया गया था, जिसके बाद से पुलिस उससे लगातार रोजाना पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर उसके बरेली स्थित ऑफिस और कुशीनगर स्थित घर से कंपनी और निवेशकों से जुड़े रिकॉर्ड कब्जे में लिए थे। पुलिस ने उसके ऑफिस से 711 निवेशकों की रसीद भी जब्त की थीं। पुलिस ने सारे रिकॉर्ड इकट्ठा करने के बाद सीए से रिकॉर्ड का मिलान कराया, जिसके बाद 2498 निवेशकों का रिकॉर्ड सामने आया है। इन निवेशकों के रिकॉर्ड के मुताबिक 67 करोड़ 30 लाख रुपए का निवेश सामने आया है।
रजिस्ट्री के रिकॉर्ड का मिलान आज
पुलिस के मुताबिक रजिस्ट्री ऑफिस में गंगा इंफ्रासिटी कंपनी से जुड़े सारे रिकॉर्ड कलेक्ट कर लिए गए हैं। रजिस्ट्री ऑफिस से थर्सडे को सारे रिकॉर्ड पुलिस के सुपुर्द कर दिए जाएंगे। इसके अलावा नोटरी से भी थर्सडे को पूरा रिकॉर्ड मिल जाएगा। इन रिकॉर्ड को चेक करने से भी पता चल जाएगा कि रियल एस्टेट कारोबार में कितने का इन्वेस्टमेंट हुआ है।
आखिर कब राजेश होगा गिरफ्तार
पुलिस ने राजेश मौर्या को 6 दिन पहले पकड़ा था। पुलिस उससे 6 दिनों से लगातार पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक पुलिस ने राजेश मौर्या को गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस अभी कुछ दिन और उससे पूछताछ कर गिरफ्तार करने की बात कह रही है।