- गंगाशील अस्पताल का मामला, मौके पर पहुंची पुलिस

- परिजनों ने अनुसार तीन दिन से चल रहा था इलाज, शराब का लती था पिता

बरेली : शहर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के गंगाशील हॉस्पिटल से एक युवक ने अपने दस साल के बेटे के साथ हॉस्पिटल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिसमें दोनों ने ही मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों के शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

तीन दिन से था एडमिट

शहर के गुलाब नगर निवासी 37 वर्षीय दीपक कश्यप शराब के नशे के आदी थे। तीन दिन पहले हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें डीडीपुरम स्थित गंगाशील हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां उन्हें हॉस्पिटल की बिल्डिंग के चौथे फ्लोर पर बने नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट किया गया। यहां उनकी काउंसिलिंग की जा रही थी। परिजनों के अनुसार फ्राइडे दोपहर दो बजे दीपक अपने दस साल के बेटे दिव्यांश के साथ वार्ड में ही बात कर रहा था। इसी दौरान वार्ड के ही पास में बनी गैलरी से उसने पहले दिव्यांश को नीचे फेंका और फिर खुद भी चौथे फ्लोर से नीचे कूद गया।

कंफेक्शनरी संचालक था मृतक

परिजनों के अनुसार मृतक दीपक संजय नगर में कंफेक्शनरी चलाता था। कोरोना के चलते लॉक डाउन में काम बंद होने के बाद वह करीब दो माह से घर पर खाली था। वहीं शराब पीने को लेकर घर में पत्नी के साथ आए दिन झगड़े भी हो रहे थे। जिस कारण घर का माहौल भी ठीक नहीं था। दीपक के अलावा परिवार में पत्नी कंचन, बेटा दिव्यांश, बेटी अर्पिता और मां चंद्रावती हैं।

गंगाशील अस्पताल में नशा छुड़वाने के लिए भर्ती होने आए युवक ने पहले अपने नौ साल के बेटे को छत से फेंका और फिर खुद कूदकर आत्महत्या कर ली। पिता-पुत्र दोनों के ही शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस जांच कर रही है कि उसने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया है। रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी