-कम्प्यूटर साइंस एंड इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग की बोर्ड ऑफ स्टडीज से कोर्स हुआ मंजूर

बरेली : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने अपने मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) के कोर्स में बड़ा बदलाव किया है। अब यह कोर्स तीन की जगह दो साल (चार सेमेस्टर) का होगा। प्रत्येक सेमेस्टर के बाद छात्रों को दो महीने की इंडस्ट्रियल ट्रे¨नग करवाई जाएगी। कोर्स में 50 फीसद हिस्सा पब्लिक सेक्टर्स में नौकरी की तैयारी करने हिसाब से भी रखा गया है ताकि नेट क्वालीफाइ, पीएचडी करके बैंक, ऑयल इंडस्ट्री आदि में नौकरी के लिए छात्र पढ़ाई के साथ तैयारी कर सकें। बीते सप्ताह कम्प्यूटर साइंस एंड इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग की बोर्ड ऑफ स्टडीज से बदले हुए कोर्स को मंजूरी मिल गई है।

आरयू में एमसीए कोर्स संचालित है। कम्प्यूटर साइंस एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के हेड प्रो। एसएस बेदी ने बताया कि पहले एमसीए कोर्स तीन साल का था, जिसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के आदेश पर दो साल कर कर दिया गया है। प्रथम वर्ष की पढ़ाई पूरी होने के बाद प्रत्येक छात्र को अब दो महीने की इंडस्ट्री ट्रे¨नग कराई जाएगी। अभी तक पांच महीने की एक सेमेस्टर की ट्रे¨नग होती थी। दूसरे साल में उनका मूल्यांकन होगा। देखा जाएगा कि उन्होंने इंडस्ट्री में क्या सीखा। उसी आधार पर नंबर दिए जाएंगे।

मिलेगा लाइव प्रोजेक्ट

ट्रे¨नग के दौरान प्रत्येक छात्र को लाइव प्रोजेक्ट दिया जाएगा। यानी सॉफ्टवेयर या मोबाइल एप आदि बनाकर दिखाना होगा। ताकि तकनीक के बारे में सीख सकें।