-15 जुलाई से शुरू हुए एमजेपीआरयू के मेन एग्जाम में पहले ही दिन

-एमजेपीआरयू के मेन एग्जाम में पहले ही दिन अब्सेंट रहे 11112 स्टूडेंट्स

-बरेली कॉलेज में पहले दिन ही नकल करते पकड़ी गई दो छात्राएं

3.8-लाख स्टूडेंट्स देंगे एमजेपीआरयू का मेन एग्जाम

15 जुलाई से शुरू हुए हैं यूजी, पीजी के एग्जाम

1-पाली में पीजी के हो रहे हैं एग्जाम

2-पालियों में यूजी के हो रहे हैं एग्जाम

बरेली: एमजेपीआरयू के मेन एग्जाम 15 जुलाई यानि थर्सडे से शुरू हो गए। एग्जाम के पहले ही दिन बरेली कॉलेज में फ‌र्स्ट और सेकेंड पाली में दो स्टूडेंटस अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े गए। तो वहीं एग्जाम के दौरान कई जगह कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती रहीं। बरेली कॉलेज एग्जाम सेंटर पर बगैर थर्मल स्क्रीनिंग के ही एंट्री दी गई। एमजेपीआरयू के मेन एग्जाम में पहले दिन 43,323 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। इसमें 32211 स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए। जबकि 919 अब्सेंट रहे।

अब्सेंट रहे 919 स्टूडेंट्स

एमजेपीआरयू के मेन एग्जाम की फ‌र्स्ट पाली में 12,213 और सेकेंड पाली में 15,429 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया.जबकि थर्ड पाली में 2569 स्टूडेंट्स उपस्थित रहे। यानि तीनों पालियों में कुल 32211 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। तीनो पालियों कुल 919स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे।

यूएफएम में बुक हुए 2

बरेली कॉलेज में मेन एग्जाम के पहले ही दिन थर्सडे को एक महिला फ‌र्स्ट पाली में अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़ी गई। महिला न्यू एग्जामिनेशन हॉल में एमएससी का एग्जाम दे रही थी। बीसीबी के न्यू एग्जामिनेशन हॉल में कॉलेज की फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने ही पकड़ लिया। जबकि दूसरी छात्रा को सेंकेड पाली में कॉलेज के फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने पकड़ा। टीम ने महिला को नकल की पर्ची के साथ बुक कर दिया। इसके बाद भी टीम ने तीनों पालियों में सर्च अभियान चलाया।

एग्जाम रूम के लिए भटके स्टूडेंटस

बरेली कॉलेज में पहले दिन एग्जाम के देने के लिए पहुंचे स्टूडेंट्स को एग्जाम रूम के लिए भटकना पड़ा। कई स्टूडेंट़्स इस समस्या के चलते एग्जाम रूम में 10-15 मिनट देरी से भी पहुंचे। हालांकि कॉलेज में टीचर्स को भी स्टूडेंट्स की समस्या के समाधान के लिए लगाया था। इसके बाद भी स्टूडेंट्स को समस्या फेस करनी पड़ी।

कोविड गाइड लाइन दरकिनार

एमजेपीआरयू की तरफ से एग्जाम में कोविड गाइड लाइन फॉलो कराने के लिए सभी महाविद्यालयों को पहले ही दिशा निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन बरेली कॉलेज में पहले ही दिन कोविड गाइड लाइन की धज्जियां उड़ती नजर आई। एग्जाम के लिए आने वाले स्टूडेट्स अपना रोल नम्बर किस रूम में है इसको देखने के लिए लगाया गया नोटिस बार्ड पर स्टूडेंट्स की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। जिससे वहां पर सोशल डिस्टेसिंग फॉलो नहीं हो सकी। इसके बाद एग्जाम सें‌र्ट्स पर एंट्री से पहले स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिग भी नहीं हो सकी। स्टूडेंटस् के हैंड सैनेटाइजेशन की भी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। एग्जाम सेंटर्स के रूम में जरूर स्टूडेंट्स को बैठाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो होती दिखी।

अब्सेंट टीचर्स ने बढ़ाई प्रॉब्लम

बरेली कॉलेज में पहले ही दिन करीब दर्जन भर शिक्षक अब्सेंट रहे। इससे अव्यवस्था रही। हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने किसी तरह एग्जाम को सफल करा लिया। ज्ञात हो बरेली कॉलेज को सबसे बड़ा एग्जाम सेंटर बनाया गया है। यहां बरेली कॉलेज के स्टूडेंट्स के अलावा कई अदर महाविद्यालयों के भी सेंटर्स हैं।

समय से पहले स्टूडेंट्स

अपने साथियों से मिलने की खुशी स्टूडेंट्स के चेहरे पर साफ दिखाई दी। एग्जाम सेंटर्स पर कई स्टूडेंट्स अपना रोल नम्बर और रूम नम्बर तलाशने के लिए समय से पहले भी पहुंच गए। एग्जाम सेंटर्स पर एग्जाम देकर निकलने के बाद भी स्टूडेंट्स से मिलकर अपनी बातें शेयर करते नजर आए।

तीन फ्लाइंग स्क्वॉड टीम रही

एमजेपीआरयू ने एग्जाम सेंटर्स पर सर्च के लिए तीन फ्लाइंग स्क्वॉड टीम बनाई हैं। जिसमें एमजेपीआरयू कैंपस के ही टीचर्स हैं। यह तीनों टीमें एमजेपीआरयू से एफिलेटेड सभी महाविद्यालयों में जाकर नकल विहीन परीक्षाएं कराने में मदद करेंगी।

बोले स्टूडेंट्स :::कुछ टाइम और मिलना था

-एग्जाम देकर बहुत अच्छा लगा, काफी दिनों से एग्जाम को लेकर तैयारी की थी। अब अच्छा लग रहा है कि कॉलेज में एग्जाम तो हो रहे हैं। नए पैटर्न पर जो एग्जाम पेपर दिया गया है वह काफी अच्छा है।

आयुषी, बीकॉम सेकेंड ईयर

-एग्जाम पेपर तो बहुत ईजी था, समय भी ठीक ही मिला लेकिन एग्जाम के लिए कुछ टाइम और मिलता तो ज्यादा अच्छा रहता। फिर भी पेपर तो ठीक हो ही गया।

मनीषा, बी कॉम सेकेंड ईयर

-एग्जाम पिछले वर्ष भी नहीं हो सका था, सिर्फ प्रमोट कर दिया गया था। इस बार एग्जाम हो रहा है इससे हमें अपने मा‌र्क्स अच्छे लाने का भी मौका मिलेगा।

अंशिका ,बीकॉम सेकेंड ईयर

-एग्जाम के लिए तैयारी करके आई हूं, एग्जाम अच्छा हुआ है। एग्जाम के लिए समय थोड़ा कम था बाकी तो एग्जाम ठीक रहा।

कौशिकी, बीकॉम सेकेंड ईयर