बरेली (ब्यूरो)। अपने सिटी की स्मार्टनेस को बढ़ाने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं। अब बदायूं रोड पर मॉडर्न बस स्टैंड बनाया जाएगा, जिससे आगरा एवं राजस्थान जाने वालों के लिए काफी सुविधा होगी। इस को लेकर ट्यूजडे को बैठक में कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने नगर आयुक्त निधि गुप्ता, वीसी जोगिंदर सिंह और सचिव योगेंद्र कुमार, अपर आयुक्त अरुण कुमार, चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी संजय तिवारी आदि के के अलावा रोडवेज एवं रेलवे के अधिकारियों संग गहन मंथन किया। इसके साथ ही 20 वर्ष की संभावनाओं को गति देने के लिए कंसलटेंट यूएमटीसी द्वारा बनाई गई कंप्रहंसिव मोबिलिटी प्लान पर भी चर्चा की गई।

जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव
इस दौरान उन्होंने बताया कि अब बदायूं रोड पर मॉडर्न बस स्टॉप बनाने के संबंध में रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक को सात दिन में प्रस्ताव तैयार कर देने के निर्देश दिए हैं। बस स्टैंड बनाने के लिए बरेली विकास प्राधिकरण ने 1.693 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी बैठक में दिया है। शहर में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए हाई डिमांड ट्रैफिक कॉरीडोर की समीक्षा कर जाम से निजात दिलाने वाला कारीडोर बनाने को कहा। इसके अलावा छोटी सडक़ों पर मिनी इलेक्ट्रिक बसेज चलाने की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं, जिससे सिटी में ग्रीन और इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया जा सके। निजी वाहनों की सडक़ों पर भीड़ को कम किया जा सके।

ब्लैक स्पॉट्स दुरुस्त करने के निर्देश
कमिश्नर ने बरेली और आसपास बड़े दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट वाले क्षेत्र मयूर वन चेतना केंद्र, बिलवा, रिठौरा, नवादा, रामगंगा, झुमका तिराहा को तत्काल दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाने वाली संस्था को 12 मीटर से कम की सडक़ का पीडब्ल्यूडी, बीडीए, बीएससीएल के साथ सत्यापन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए, जिससे वहां छोटे पब्लिक वाहनों को चला कर शहर में बढ़ते वाहनों की भीड़ को कम किया जा सके।

किया पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन
सिटी डेवलपमेंट प्लान के लिए मेनहॉट सिंगापुर कंपनी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान व नाथ नगरी कॉरीडोर का प्रजेंटेशन किया। इसमें शहर के सात नाथ मंदिरों को जोडऩे के लिए एक सर्किट तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं को नाथ मंदिरों में दर्शन के लिए बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन से चलने वाली इलेक्ट्रिक बस ले जाएंगी। सातों मंदिरों के कॉरीडोर के विकास कार्य को तीन अलग-अलग भागों में बांटा गया है। प्रथम चरण में मंदिरों में साइन बोर्ड, डस्टबिन, बस स्टॉप, स्ट्रीट लाइट, पीने के पानी, टॉयलेट्स और पार्किंग की सुविधा दी जाएगी। द्वितीय चरण में मंदिरों को आने-जाने वाले रोड, मुख्य प्रवेश द्वार, डिजॉस्टर एवं क्राउड मैनेजमेंट के काम पूरे किए जाएंगे। तृतीय चरण में मंदिरों के आसपास कियॉस्क, क्लॉक रूम, शूज स्टैंड और बैठने की जगह विकसित की जाएंगी।

समीक्षा करेगा कोर वर्किंग ग्रुप
कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान और नाथ नगरी काली डोर तैयार करने वाली संस्था के प्रेजेंटेशन को लेकर कोर कमेटी ने कोर ग्रुप में कई सवाल खड़े किए। इस को ले कर कमिश्नर ने प्लान की मॉनिटरिंग के लिए वर्किंग ग्रुप का गठन किया है। वर्किंग ग्रुप में अपर आयुक्त, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, बीडीए सावहिव, रेलवे, रोडवेज, एसपी ट्रैफिक टाउन प्लानर नगर निगम रहेंगे। वे 2041 मोबिलिटी प्लान की समीक्षा कर 20 दिनों के अंदर सुझाव देंगे।