बरेली (ब्यूरो)। मां एक ऐसी शख्स होती है, जो हर किसी की जगह ले सकती है। चाहे वो दोस्त हो, बहन हो, पिता या कोई भी। मां की जगह दुनिया का कोई शख्स नहीं ले सकता है। मां वह होती है जो आपकी बस अवाज सुनकर ही समझ जाती है कि आप किसी परेशानी में हैैं। मां भले ही मॉडर्न न हो, ज्यादा बाहर घूमी न हो, पर आपकी हर प्रॉब्लम का सॉल्यूशन मां के पास होता है। हर साल मई के दूसरे संडे को मदर्स डे मनाया जाता है। संडे को दिन भर एक्स पर मदर्स डे खूब ट्रेंड करता रहा। लोगों ने अपनी मां के प्रति खूब अपने दिल के जज्बात बयां किए।

इन नामों से कर रहा ट्रेंड
एक्स पर मदर्स डे टॉप टे्रंड पर रहा है। करोड़ों लोगों ने अपनी माता के नाम कुछ न कुछ लिखा। कोई शायरी के जरिए अपनी मां को स्पेशल फील करा रहा था तो कोई पोएट्री लिख उनके दिन को सेलिब्रेट कर रहा था। मदर्स डे, हर पल में शामिल और मातृ दिवस नाम से ट्रेंड करता रहा।

ममता का नहीं मोल
मां को महंगे गिफ्ट की चाह नहीं होती। बस प्यार के कुछ मीठे बोल ही काफी होते हैैं। मां के लिए दुनिया की सबसे बड़ी खुशी अपने बच्चों की खुशी होती हैै, मां तो बस मां होती है। संदीप ने लिखा कि बुरे हालात थे, मगर अमीर बनाकर रखती थी। हम गरीब थे, ये बस मां जानती थी। मां अपने बच्चों को दुनिया की हर वो खुशियां देने की कोशिश करती है, जो खुद वो नहीं पा पाती है।

किसने क्या लिखा-
-डॉ। कुमार विश्वास ने लिखा कि राम लिखा रहमान लिखा, र्ईसा रब सतनाम लिखा, होड लगीजब सारी दुुनिया में एक शब्द मेें लिखने की सबने सब दुनिया लिख डाली मैैंने मां का नाम लिखा।

-योगेश्वर अनंंत नाम के यूजर ने लिखा कि झूठ होते है वो लोग जो कहते हैैं, लोग मर कर प्रेम अमर कर जाते हैैं। मैैंने मां को जीके जी प्रेम को अमर करते हुए देखा है।

-नाजिया खान नाम की यूजर ने लिखा कि मां का प्यार एलआईसी के जैसा होता है। जिन्दगी के साथ भी जिंदगी के बाद में या मेरे अल्लाह तू उनको लंबी उम्र देना जिसनेे मुझे नौ महीने अपने पेट में रखा है।

-सोनू नाम के यूजर ने लिखा कि लफ्ज अलग हैैं, पर जज्बात वहीं है। मां कहो या दुनिया बात वहीं है।

-मुस्कान चौरसिया ने लिखा कि सारी दुनिया देख ली आंखों से लेकिन सुकून मिला मां बस तेरे आंचल में हैप्पी मदर्स डे

-नवीन जयसवाल ने कहा कि इतनी बड़ी दुनिया में, जो कुछ भी दृश्यमान हैै, मुझे नहीं लगता, मां से अधिक कोई बलवान हैै

-मैैं और मेरी कलम नाम के यूजर ने लिखा कि मेरे उलझे बालों को सुलझा कर चोटियां बांधने से लेकर जिंदगी की हर उलझन को सुलझाने की चाबी जिसके पास है वह कोई और नहीं बस मेरी मां है।