बरेली(ब्यूरो)। मुखबिरी के शक में मुफीद की हत्या तीन लाख रुपए की सुपारी देकर कराई गई थी। आरोपित मुफीद को रइया नगला का मेला दिखाने के बहाने लेकर गए थे। शराब पिलाने के बाद रस्सी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को जेल भेज दिया। एक सुपारी किलर की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है।

खेत में मिला था शव
फरीदपुर थाना क्षेत्र के गांव बेहरा निवासी मुफीद खां पुत्र स्वर्गीय अहीद खां का शव बुधवार को शाही थाना क्षेत्र के गांव ठिरिया कल्याणपुर में भाखड़ा नदी के किनारे गेहूं के खेत में अद्र्धनग्न अवस्था में मिला था। गले में प्लास्टिक की रस्सी बंधी थी। मामले में पुलिस ने गांव बेहरा निवासी शहबाज पुत्र वलीदाद और भूरा पुत्र आबिद निवासी गांव म्यूड़ी थाना शाही को गिरफ्तार किया था। शनिवार को पूछताछ के दौरान आरोपित शहबाज ने बताया कि उसका भाई एनडीपीएस एक्ट में दिल्ली जेल में बंद है। उसे शक था कि उसके भाई को पकड़वाने में मुफीद ने मुखबिरी की थी, जिसके चलते वह मुफीद से रंजिश रखता था। उसने मुफीद की हत्या का प्लान बनाया और शाही थाना क्षेत्र के गांव म्यूड़ी निवासी भूरा पुत्र आबिद और इस्लाम पुत्र सलामत को तीन लाख रुपए की सुपारी दे दी। इसके बाद भूरा और इस्लाम ने मुफीद की हत्या करने के बाद शव भाखड़ा नदी किनारे गेहूं के खेत में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। फरार सुपारी किलर इस्लाम की अरेस्टिंग के लिए दबिश दे रही है।