बरेली। सैटरडे को किच्छा नदी किनारे स्थित एक खनन क्षेत्र से लापता हुए एक मजदूर का शव वहां से एक किमी दूर नदी में मिला। खनन क्षेत्र में एक जेसीबी पलटने के बाद वह लापता हो गया था। शव मिलने के बाद कुछ गुस्साए लोगों ने वहां एक खोखा और दो तंबुओं में आग लगा दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शिकायत पर ठेकेदार समेत दस लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

अलीगढ़ का रहने वाला मजदूर बिंदु खां खनन क्षेत्र में काम कर रहा था। सैटरडे को क्षेत्र में एक जेसीबी पलटने के बाद वह अचानक लापता हो गया था। संडे सुबह उसका शव वहां से करीब एक किमी दूर मिलने पर इलाके में हंगामा मिल गया था। सूचना पर इंस्पेक्टर पंकज पंत टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां खनन ठेकेदार समेत अन्य मजदूरों से भी पूछताछ की। वहीं बिंदु खां के लापता होने की सूचना पर बेटा फकरे आलम भाई सुजान अन्य भी सुबह ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे। वह घटनास्थल पर हंगामा करने लगे। गोताखोर बुलाकर नदी खंगालने की तैयारी ही की जा रही थी कि एक ग्रामीण ने नरायननगला पुल के करीब एक पेट्रोल पंप के सामने नदी में एक शव दिखाई पड़ने की सूचना दी। इस पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। शव की शिनाख्त हो जाने के बाद पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसडीएम राजेश चन्द्र तथा सीओ मीरगंज रामानंद राय ने भी मौके पर पहुंच कर पूरी जानकारी ली। मृतक के बेटे की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई। उसने बताया कि ठेकेदार कई महीने से वेतन नहीं दे रहा था। वेतन हड़पने की नीयत से पिता की हत्या कर दी गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने दो ठेकेदार भाइयों दलजिंद्र व दत्तार वाजबा समेत हैप्पी, जसवीर, आशिथ, जगत सिंह, सचिन, रफीक व दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

भीड़ ने जलाया सामान

मजदूर का शव मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी। इसी बीच गुस्साई भीड़ ने एक खोखा और दो तंबुओं में आग लगा दी। चर्चा है कि आग से कोतवाल की जैकेट भी जल गई। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह आग पर काबू पाया। वहीं अधिकारियों का कहना है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल से 800 मीटर दूर शव मिला था। उसकी आखरी लोकेशन घटनास्थल की आ रही है। मामले की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। - रोहित सिंह सजवाणए एसएसपी