- दो हफ्तों से लापता था ड्राइवर, सीबीगंज में सुनराशी गांव में देवरनियां नदी में मिला शव

- पांच लाख रुपए के विवाद को लेकर हत्या करने का लगाया परिवार ने आरोप

बरेली। दो हफ्तों से लापता एक ड्राइवर का शव सीबीगंज के गांव सुनराशी में एक पुल के नीचे देवरनियां नदी में बोरे में बंद पड़ा मिला। आसपास से गुजरने वाले लोगों ने दुर्गध महसूस की तो मामले की सूचना सीबीगंज पुलिस को दी। मौका मुआयना के दौरान पिटाई और गला दबाकर ड्राइवर की हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। एसपी क्राइम सुशील कुमार ने भी टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। वहीं अधिकारियों के आदेश पर कुछ दिन पहले दर्ज की गई ड्राइवर की गुमशूदगी को हत्या की रिपोर्ट में तरमीम कर एक नामजद समेत कुछ अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। पुलिस टीम अब आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।

पशु लेकर गया था गोरखपुर

सीबीगंज के गांव सरनिया निवासी 55 वर्षीय इकबाल उर्फ बाला तिलियापुर गांव निवासी इरफान उर्फ फंटी के घर में रहकर काम करता था। उसके परिजनों ने बताया कि इकबाल इरफान की ही गाड़ी से पशुओं को खरीदने-बेचने के लिए लेकर जाता था। जिसके लिए इरफान कुरैशी उसे एक हजार रुपये हर चक्कर के दिया करता था। वहीं इरफान के साथ ही अबरार, इस्लाम, रफीक, रिजवान, रियासत और चांद भी पशुओं की खरीद-फरोख्त का काम करते हैं। परिजनों के मुताबिक एक मई को इरफान गोरखपुर के खलीलाबाद में पशु भेजने के लिए इकबाल को घर से बुलाकर ले गया था। लेकिन फिर इसके बाद इकबाल घर नहीं लौटा।

इरफान लगा रहा था गबन का आरोप

इकबाल के भाई सलीम ने बताया कि नौ मई को उनके पास इरफान का फोन आया। उसने कहा कि इकबाल गोरखपुर के खलीलाबाद में पशु बेचने ले गया था, जिसके लिए उसे पांच लाख रुपये भी मिले थे। लेकिन इकबाल ने धोखाधड़ी करते हुए सारे रुपये हड़प लिए। अब इकबाल उनके कब्जे में है। पांच लाख रुपये लेने के बाद वह इकबाल को छोड़ेंगे। आरोप लगाया कि रुपये ना देने पर इकबाल को जान से मारने की भी धमकी दी गई थी। इसके बाद वह लोग इरफान के घर भी गए लेकिन वे लोग नहीं मिले। मगर इरफान लगातार उन्हें फोन करके पांच लाख रुपये मांगता रहा। परेशान होकर थर्सडे को सलीम ने सभी के खिलाफ भाई के अपहरण की शिकायत सीबीगंज थाने में की, लेकिन महज गुमशूदगी दर्ज कर उसे टहला दिया गया। पीडि़त परिवार के एक परिचित ने बताया कि पांच लाख रुपयों को लेकर इकबाल ने बताया था कि गोरखपुर से लौटते वक्त उसे कुछ बदमाशों ने घेर कर पांच लाख रुपये लूट लिए थे।

आई दुर्गध तो खुला मामला

फ्राइडे को करीब साढ़े तीन बजे कुछ लोग पुल के नीचे अपने पशु चराने पहुंचे थे। इसी बीच उन्हें देवरनियां नदी में पड़ी एक बोरी नजर आई तो उन्होंने यूपी 112 पर मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बोरी नदी से बाहर निकलवाकर देखा तो उसमें लाश मिली। इसके बाद इकबाल के घरवालों को बुलाया गया तो उन लोगों ने उसकी शिनाख्त कर ली।

पहचान छिपाने को डाला तेजाब

सूचना पर एसपी क्राइम सुशील कुमार, इंस्पेक्टर धमर्ेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान सामने आया कि मृतक के शरीर पर चोटों के कई निशान हैं और गले पर भी दबाने के निशान मिले हैं। साथ ही पहचान छिपाने के लिए उसके शरीर पर तेजाब भी डाला गया है। मृतक पांच भाइयों सलीम, हनीफ, इलियास और अफजाल में चौथे नंबर का था। वहीं आरोपी पक्ष नौ मई से ही घर में ताला डालकर फरार है।

ईद के दिन घर में छाया मातम

दो दिनों से लापता इकबाल का शव मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया। ईद के दिन ही परिवार में मातम हो गया। सारी खुशियों पर पानी फिर गया। इकबाल की पत्नी मैसर व छह वर्षीय बेटी नेहा को उनके लौटने की उम्मीद थी, लेकिन इस अनहोनी से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

देवरनियां नदी में एक शव मिला है, जिसकी शिनाख्त भी हो चुकी है। मृतक और आरोपियों के बीच रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद सामने आया है। दर्ज की गई गुमशुदगी को हत्या की धारा में तरमीम किया गया है। आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी