-शराब पिलाने के बाद गोली मारकर कर दी हत्या

-पुलिस ने दो हत्यारों को भेजा जेल, फरार हत्यारे की तलाश में पुलिस

बरेली : बरेली के मेंथा व्यापारी की हत्या करने वालों ने हत्या के बाद भी व्यापारी के अकाउंट से दिल्ली में 20 हजार रुपए एटीएम से निकले थे। वह पूरा अकाउंट खाली करना चाहते थे, लेकिन व्यापारी की पत्नी ने एटीएम ब्लॉक करा दिया था, जिससे अकाउंट में 55 हजार रुपए बच गए थे। आरोपियों ने व्यापारी को तीन दिन तक शराब पिलाकर नशे में रखा था और फिर हाइवे के नीचे उतरकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने दो आरोपियों को थर्सडे को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया और फरार आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस ने व्यापारी का एक मोबाइल, आधार कार्ड और वारदात में शामिल कार बरामद कर ली है, लेकिन बदमाशों ने एक मोबाइल और एटीएम कार्ड फेंक दिया था, जिसकी तलाश की जा रही है।

बता दें कि प्रेमनगर के अशरफ खां छावनी स्थित आशा विहार निवासी रूपेश अग्रवाल की पत्‍‌नी स्वाती अग्रवाल ने 31 अगस्त को कोतवाली में पति की गुमशुदगी की शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि पति रुपेश अग्रवाल 30 अगस्त को सुबह घर से बिना बताए चले गए थे। उसके बाद वह घर नहीं लौटेए उनका कहना था कि वह दो लोगों के साथ गांधी उद्यान के पास रोहिला होटल में रुके थे, वहां से 31 अगस्त को होटल से चेक आउट किया था। रूपेश के साथ होटल में रुकने वाले दो लोगों पहचान पत्र भी महिला ने कोतवाली पुलिस सौंपे थे। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो अखिल और राजू पकड़े गए। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने अवधेश के साथ मिलकर रूपेश की हत्या कर शव 1 सितंबर को नोएडा के दादरी में हाइवे किनारे फेंक दिया था। वहां की पुलिस ने पहचान ना होने पर अज्ञात में शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

राजू से कहीं थी मरने की बात

पुलिस के मुताबिक मैंथा व्यापारी रूपेश कुछ दिनों से व्यापार को लेकर परेशान थे। वह मनीष जैन के साथ काम करते थे और एलआईसी एजेंट भी थे। उन्होंने मनीष के ड्राइवर राजू सिंह निवासी इंद्रा नगर प्रेम नगर से कहा था कि वह परेशान है और जान देना चाहते हैं। वह उसकी जान ले ले तो वह रुपए भी देंगे। राजू ने इससे इंकार किया और अपने साथी अखिल विश्वकर्मा निवासी डिफेंस कॉलोनी से मुलाकात करा दी। अखिल ने अपने साथी अवशेष गंगवार उर्फ अवधेश को भी शामिल कर लिया।

पकड़े जाने का था डर

प्लान के तहत तीनों उन्हें अपने साथ होटल में लेकर गए। होटल में ले जाने से पहले रूपेश ने सिविल लाइंस एक्सिस बैंक के एटीएम से 20 हजार रुपए निकाल दिए। इस दौरान आरोपियों को उनके एटीएम का पिन भी पता चल गया तो उनके दिमाग में लालच आ गया। उन्हें लगा कि रुपए निकलते वक्त और होटल में रुकते वक्त उनके चेहरे भी कैमरे में कैद हो गए होंगे जिससे वह पकड़े ही जाएंगे। जिसके चलते उन्होंने रूपेश को जमकर शराब पिलाई और दूसरे दिन होटल से निकलने पर एटीएम से 60 हजार रुपए और निकाल लिए और फिर रूपेश को नोएडा लेकर गए और वहां रात में कर से उतरकर गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद सभी दिल्ली गए और वहां एटीएम से फिर से 20 हजार रुपए निकाल लिए।