- हत्यारोपित के पास लल्लन ने पांच सौ रुपये पर गिरवी रखा था मोबाइल फोन

- 15 नवंबर को आंवला के करुआताल के रहने वाले लल्लन की हुई थी हत्या

बरेली : ब्याज के सौ रुपये न देने पर सुमित ने लल्लन की हत्या की थी। पकड़े जाने के बाद सुमित ने कबूला कि लल्लन ने उसके पास पांच सौ रुपये पर अपना मोबाइल फोन गिरवी रखा था। मोबाइल फोन वापस लेने पर लल्लन को छह सौ रुपये अदा करने थे। आरोप है कि लल्लन ने मोबाइल ले सिर्फ पांच सौ रुपये ही वापस किए। सौ रुपये को लेकर दोनों में विवाद शुरू हुआ जिसके बाद सुमित उसे एक सुनसान जगह पर ले गया और पेचकश से गोदकर उसकी हत्या कर दी। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले में यह जानकारी दी।

15 नवम्बर की घटना

घटना 15 नवंबर की है। आंवला के करुआताल के रहने वाले लल्लन की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद पुलिस ने मृतक के भाई मोहनलाल की तहरीर पर मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। नामजद लोगों में मृतक की पत्नी के पूर्व पति समेत पांच लोग नामजद थे। मृतक ने तीन बच्चों की मां को भगाकर शादी की थी। इसी के चलते भाई को शक था कि महिला के पहले पति ने ही भाई की हत्या करा दी।

लेनदेन में हुआ था विवाद

पुलिस की पड़ताल में चौकाने वाला सच सामने आया। पता चला कि करवाचौथ से एक दिन पहले लल्लन ने पैसों की जरूरत पड़ने पर राजपुर खुर्द के रहने वाले सुमित के पास पांच सौ रुपये में अपना मोबाइल गिरोह रखा। वापसी पर छह सौ रुपये देने की बात तय हुई। 13 नवंबर को लल्लन घर से खेत जाने की बात कह निकला था। इसी दिन दोनों में लेन-देने को लेकर विवाद हुआ और जेब से रखे पेचकश से सुमित ने लल्लन की हत्या कर दी। 15 नंवबर को लल्लन का शव मिला जिसके बाद शव की शिनाख्त हुई। सुमित के कबूलनामे के बाद पुलिस ने मामले में नामजद पांच लोगों का नाम हटाने के साथ सुमित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

बेटी की गाली दी

हत्यारोपी सुमित को अपने किए पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है। कहा कि एक तो लल्लन पहले तय रकम नहीं दे रहा था। उसके बाद शराब के नशे में बेटी को गंदी-गंदी गालियां दे रहा था। साढ़े तीन साल की बेटी है, उसके बारे में भला बुरा कैसे सुन सकता हूं। लिहाजा, उसकी हत्या कर दी। जेब में पेचकश होने की बात पर कहा कि हत्या के इरादे से पेचकश नहीं रखा था। ऐसे ही जेब में पड़ा था। हत्यारोपित की पांच साल पहले शादी हुई थी। तीन भाई और दो बहनें हैं।