शराब से भरे ट्रक में लूट के बाद बदमाशों ने ड्राइवर को उतारा मौत के घाट

- जीपीएस की मदद से ट्रक तक पहुंचा मालिक, 24 घंटे से एक ही जगह पर खड़ा था ट्रक

बरेली: जिले में नेशनल हाईवे को अब एक बार फिर बदमाशों ने बड़ी घटना को अंजाम देकर दहला दिया। अब रामपुर डिस्टिलरी से ट्रक में शराब लादकर ले जा रहे एक व्यक्ति की लूटपाट के बाद बदमाशों ने फरीदपुर क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर हत्या कर दी। 24 घंटों तक ट्रक अपनी निर्धारित जगह पर नहीं पहुंचा तो उसका मालिक जीपीएस की मदद से उसे ढूंढता हुआ फरीदपुर पहुंचा। यहां ट्रक में ड्राइवर का शव पड़ा देख हैरान रह गया तो पुलिस को मामले की सूचना दी। अब तक पुलिस ने भी घंटों से हाइवे किनारे खड़े ट्रक पर ध्यान नहीं दिया था। मौका मुआयना के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

जीपीएस की मदद से मिला ट्रक

रामपुर जिले की तहसील मिलक के गांव पटिया निवासी 45 वर्षीय राजेन्द्र ट्रक ट्रक डाइवर थे। पुलिस के मुताबिक वह मंडे को रामपुर स्थित डिस्टलरी से ट्रक में शराब की करीब एक हजार पेटियां भरकर बाराबंकी के लिए निकले थे। लेकिन वेडनसडे तक ट्रक बाराबंकी नहीं पहुंचा। इस पर मालिक को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने ट्रक को उसमें लगी जीपीएस डिवाइस की मदद से ढूंढना शुरू कर दिया। जिसकी लोकेशन उन्हें फरीदपुर में नेशनल हाईवे पर मिली। लोकेशन मिलने के बाद ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारी और ड्राइवर के परिजन दोनों को ढूंढते हुए ट्यूजडे रात फरीदपुर में नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन टोल प्लाजा के पास ट्रक तक पहुंचे।

केबिन में मिला ड्राइवर का शव

ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचने से पहले स्थानीय पुलिस से भी संपर्क कर चुके थे। इसके चलते फरीदपुर पुलिस भी उनके साथ ही मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ट्रक की जांच की तो उन्हें ड्राइवर नरेंद्र का शव ट्रक के केबिन में पीछे की सीट पर पड़ा मिला। साथ ही उसके सिर पर गंभीर चोटों के भी निशान मिले। इसके अलावा छानबीन में ट्रक में न तो कुछ रुपये मिले और न ही कोई अन्य सामान। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बदमाशों ने लूट को अंजाम देने के बाद नरेंद्र की हत्या कर दी और भाग निकले।

फॉरेंसिक टीम ने की जांच

घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ फरीदपुर राजकुमार मिश्र और इंस्पेक्टर सुनील पचौरी के साथ ही फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल और ट्रक की जांच की। इस दौरान टीम को ट्रक में कई फिंगर प्रिंट भी मिले। जिन्हें इकट्ठा कर टीम ने जांच के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही पुलिस को मौके से एक लोहे की रॉड भी मिली। मौका मुआयना करने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

कर्मचारी नहीं पहुंचे तो सड़ता रहता शव

ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस से संपर्क किया तो जानकारी मिली कि उन्हें ऐसे किसी भी ट्रक की जानकारी नहीं है। लेकिन जब मौके पर पहुंचे तो ट्रक वहीं खड़ा मिला। इससे पता लगता है कि स्थानीय पुलिस को ट्रक और घटना की जरा भी जानकारी नहीं थी। वहीं अगर कंपनी के कर्मचारी जीपीएस की मदद से ट्रक को ढूंढते हुए वहां नहीं पहुंचते तो नरेंद्र का शव ट्रक में ही पड़ा पड़ा सड़ता रहता। हाईवे पर लगातार इतनी घटना होने के बावजूद पुलिस की गश्त इतनी कमजोर है कि 24 घंटों से भी ज्यादा देरी से खड़े एक ट्रक पर पुलिस ने गौर नहीं किया।

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं

जिस जगह पर यह वारदात हुई है वह लूट के लिए लंबे समय तक बदनाम रहा है। लूट की कई घटनाएं होने के बाद करीब तीन साल पहले तत्कालीन इंस्पेक्टर अख्तर सज्जाद ने यहां पुलिस पिकेट की व्यवस्था शुरू की। तब जाकर वारदातों पर अंकुश लग सका था। लेकिन स्थानीय पुलिस की उदासीनता के चलते अब फिर हाईवे पर लगातार घटनाएं होने लगी हैं।

फरीदपुर में नेशनल हाईवे पर खड़े एक ट्रक में ड्राइवर का शव मिला है। ट्रक रामपुर डिस्टिलरी से बारबंकी ले जाया जा रहा था। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। वहीं लूट के बाद हत्या किए जाने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है। - रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी