यह भी जानें

5 परसेंट की ही कमी आयी हत्या की वारदातें में एक जनवरी से 15 अगस्त तक के जारी आंकड़ों में

-2018 में 61 वारदातें हुई थीं हत्या कीं

-1 जनवरी से 15 अगस्त तक साल 2019 में हत्या की 62 वारदातें

-साल 2020 में अब तक 60 से अधिक मर्डर की वारदातें हो चुकी जिले में

-प्रॉपर्टी, अवैध संबध में अपने ही बन रहे जान के दुश्मन

-बीते दिनों हत्या की वारदातों में मां, बाप, भाई ही रहे शामिल

बरेली: बरेली में हत्या की वारदातों में कोई कमी नहीं हो रही है। लॉकडाउन के बावजूद मर्डर की वारदातों पर लगाम नहीं लगी। पिछले दिनों डिस्ट्रिक्ट में हुई अधिकांश वारदातों में अपने ही शामिल रहे। कहीं सौतेली मां बेटी की जान की दुश्मन बनी तो कहीं सगी मां ने बेटी को मार डाला। पिता और भाईयों ने भी हत्या की वारदात को अंजाम दिया। रुद्रपुर में बरेली के 4 लोगों की हत्या भी दामाद ने ही की। पुलिस रिकार्ड की मानें तो इस वर्ष 60 से अधिक हत्या की वारदातें हो चुुकी हैं।

अवैध संबंध में ली ज्यादा जानें

एक महीने के अंतराल में जो हत्या की वारदातें अपनों ने की हैं, उनमें ज्यादातर मामलों का कारण अवैध संबंध या प्रेम संबंध ही रहा है। इज्जतनगर में जहां बच्ची की हत्या उसकी मां और बुआ ने अवैध संबंधों का विरोध करने पर की थी तो सुभाषनगर में युवती की हत्या उसकी मां व प्रेमी ने अवैध संबंध होने और शादी का दबाव बनाने पर की थी। भोजीपुरा में भाई ने बहन का गला रेतकर सड़क किनारे भी इसलिए फेंका था, क्योंकि उसे बहन के अवैध संबंध होने का शक था। नवाबगंज में 12 साल के बच्चे की छत से फेंककर हत्या बहन ने इसलिए की थी, क्योंकि उसने बहन को प्रेमी के साथ देख लिया था। विशारतगंज में पति ने पत्‍‌नी की हत्या प्रेम संबंधों के आड़े आने पर की थी।

प्रॉपटी दूसरी बड़ी वजह

वहीं हत्या की दूसरी प्रमुख वजह प्रॉपर्टी रही है। मीरगंज के 4 लोगों की रुद्रपुर में हत्या दामाद ने प्रॉपर्टी हड़पने के लिए की थी। इसके अलावा नवाबगंज में भी बुजुर्ग की हत्या उसके बेटे ने प्रॉपर्टी के लिए की थी। इसके अलावा कुछ वारदातों में हत्या मामूली बात पर की गई। किला में बेटे ने पिता की हत्या इसलिए कर दी, क्योंकि वह शराब पीकर झगड़ा करते थे।

अपनों के द्वारा की गई प्रमुख वारदातें

-28 अगस्त को मीरगंज के रहने वाले हीरालाल, उनकी पत्‍‌नी और दो बेटियों की रुद्रपुर में हत्या का केस सामने आया। हत्या करने वाला उनका दामाद ही निकला।

-20 अगस्त को इज्जतनगर में 10 साल की बच्ची की हत्या कर शव घर में ही दफन कर दिया था। हत्या की वारदात को अंजाम बच्ची की सौतेली मां, पिता और बुआ ने मिलकर अंजाम दिया था।

-20 अगस्त को सुभाषनगर के करेली में एक युवती की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या युवती की मां ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी।

-15 अगस्त को विशारतगंज में एक महिला की हत्या कर दी गई। हत्या उसके पति ने की और लूट और पत्‍‌नी के अपहरण की फर्जी कहानी रच दी।

-11 अगस्त को भोजीपुरा युवती की गला रेतकर भाई ने रोड किनारे मरा समझकर फेंक दिया। गनीमत रही कि युवती की जान बच गई।

-3 अगस्त को किला में एक शख्स की पेट में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने मामले को छिपाने के लिए हादसा का रूप दिया।

-2 अगस्त को नवाबगंज में बेटे ने पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने 4 एकड़ जमीन हड़पने के लिए ऐसा किया था।

-28 जुलाई को नबावगंज में एक मासूम बच्चे की छत से फेंककर हत्या कर दी गई थी। हत्या की वारदात को अंजाम बच्ची की बहन ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया था।

आंकड़ों में नहीं गिरावट

कोरोना काल में अन्य क्राइम की वारदातों में जरूर कमी आयी है लेकिन हत्या की वारदातों में कोई कमी नहीं आयी है। बीते तीन साल का रिकार्ड भी यही कह रहा है। पिछले दिनों एक जनवरी से 15 अगस्त तक के जारी आंकड़ों में भी हत्या की वारदातें में सिर्फ 5 परसेंट की ही कमी आयी थी। इस वर्ष अब तक बरेली डिस्ट्रिक्ट में 60 मर्डर की वारदातें हो चुकी हैं, जबकि 15 अगस्त तक इनकी संख्या 53 थी। जबकि एक जनवरी से 15 अगस्त तक वर्ष 2019 में हत्या की 62 और वर्ष 2018 में 61 वारदातें हुई थीं।