- पवन विहार में पहुंची टीम, नौ कुत्तों को पकड़कर नसबंदी को भेजा

- शहर में पांच सौ और कुत्तों के बधियाकरण के लिए दी गई अनुमति

बरेली : शहर में कुत्तों के आवारा आतंक को रोकने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। शहर में पांच सौ और कुत्तों का बधियाकरण कराने की अनुमति अधिकारियों ने दी है। इसके साथ ही गुरुवार को टीम ने पवन विभाग में पहुंचकर कुत्तों को पकड़ा।

हर साल होता है टेंडर

नगर निगम हर साल शहर में कुत्तों के बधियाकरण (नसबंदी) कराने के लिए टेंडर करता है। टेंडर में एक रेट तय करने के बाद साल भर कुत्ते पकड़कर बधियाकरण होता है। इस बार 875 रुपये तय हुआ है। सोसायटी फॉर ह्यूमन एंड एनीमल वेलफेयर के गुरुचरनजीत सिंह कुत्तों का बधियाकरण कर रहे हैं। पिछले दिनों से शहर में लगातार कुत्तों के काटने की घटनाएं हो रही हैं। सोमवार की रात शहर की पाश कालोनी पवन विहार में पार्षद नरेश शर्मा बंटी के घर के अंदर घुसकर कुत्तों ने उनकी 12 वर्षीय बेटी गौरी शर्मा को काटकर लहूलुहान कर दिया था। घटना को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने प्रमुखता से छापा और शहर में आवारा कुत्तों के आतंक को दिखाया। इस पर नगर निगम के अधिकारी सक्रिय हुए। गुरुवार को नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने शहर में पांच सौ कुत्तों का बधियाकरण कराने के लिए अनुमति दी। अप्रैल से अब तक शहर में डेढ़ हजार कुत्तों का बधियाकरण हो चुका है। इसके बाद समिति के सदस्य कुत्ते पकड़ने के लिए पवन विहार पहुंचे। वहां पार्षद नरेश शर्मा से मिलकर आवारा कुत्तों की जानकारी ली। टीम ने लंबे जाल से कुत्तों को पकड़ना शुरू किया तो कई कुत्ते दूसरे मुहल्लों को भाग खड़े हुए। टीम ने वहां से नौ कुत्तों को पकड़ा। उन्हें नसबंदी के लिए कान्हा उपवन स्थित डाग शेड में ले गए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। अशोक कुमार ने बताया कि पांच सौ कुत्ते पकड़ने की अनुमति मिली है। शहर में जहां भी समस्या अधिक है, वहां से पहले कुत्तों को पकड़कर बधियाकरण कराया जाएगा। वही, पार्षद नरेश शर्मा ने बताया कि नगर निगम के 80 वार्डों में सिर्फ पांच सौ कुत्ते पकड़ने की अनुमति कम है।