- अस्पताल के बाहर 22 दुकानों व तीन कार्यालय की ओर से दिया गया शपथ पत्र

- फ्राईडे को नगर निगम की टीम ने कर दी थी सील

बरेली : हाल ही में धर्मदत्त हॉस्पिटल के बाहर संचालित हो रही दुकानदारों पर नगर निगम ने सील कर दी थीं, लेकिन अब धर्मदत्त सिटी हॉस्पिटल के बाहर के सभी दुकानदार अब नगर निगम को किराया देंगे, मंडे को दुकानदारों व वहां चल रहे तीन सरकारी कार्यालयों की ओर से नगर निगम को शपथ पत्र दे दिया गया है। इसके साथ ही उन्होने निगम की किराएदारी में शामिल होने को प्रार्थना पत्र भी दिया है। जल्द निगम सिटी हॉस्पिटल को भी कब्जे में लेगा।

क्या है पूरा मामला

नगर निगम की टीम ने फ्राईडे को धर्मदत्त सिटी अस्पताल के पास आयुर्वेदिक अस्पताल को सील कर कब्जे में ले लिया था। वहां करीब 42 सौ वर्ग गज भूमि नगर निगम की है, जिसके आधे भाग पर पहले कब्जा लिया जा चुका है। इसके साथ ही टीम ने धर्मदत्त सिटी हॉस्पिटल के बाहर चल रही 22 दुकानों और तीन कार्यालयों में से दो कार्यालयों पर भी सील लगा दी थी। जिला पूर्ती विभाग के कार्यालय को छोड़ दिया था। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि सिटी अस्पताल भी निगम की भूमि पर बना है, जिसकी लीज खत्म हो चुकी है। नगर निगम सुप्रीम कोर्ट से भी केस जीत चुका है। अस्पताल में मरीज होने के कारण उसे छोड़ दिया गया। 22 दुकानों और तीन कार्यालयों को निगम की किराएदारी में लाने को कहा था। मंडे को सभी दुकानदारों व सरकारी कार्यालयों की ओर से किराएदारी के लिए प्रार्थना पत्र और शपथ पत्र मिल गया है। चूंकि भूमि नगर निगम की है, इसलिए सभी दुकानदार व सरकारी कार्यालय निगम को ही किराया देंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में सीएमओ को पत्र दिया था, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। उन्हें पत्र भेजकर पूछा जाएगा कि अस्पताल को दोबारा लाइसेंस किस आधार पर दिया गया।