प्रेशर में अदर डिस्ट्रिक्ट में अटैक का खतरा

खुफिया सूत्रों से पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, नक्सली इलाकों में सुरक्षाबलों का प्रेशर बढऩे के बाद अपने वर्चस्व वाले जिले से सटे इलाकों या फिर ऐसे जिले जहां उनकी एक्टिविटी ना के बराबर रही है, वहां भी हमले का अंजाम दे सकते हैं। इसी आशंका को देखते हुए यूपी के अन्य डिस्ट्रिक्ट की पुलिस को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।

इन डिस्ट्रिक्ट्स में ज्यादा खतरा

असल में चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र जैसे फर्रुखाबाद जिले हैं, जहां नक्सली हमले की आशंका हमेशा से बनी रहती है। पहले भी इन जिलों में नक्सली हमले का अंजाम दे चुके हैं। इसके अलावा बीहड़ के शाहजहांपुर और बलिया डिस्ट्रिक्ट भी हैं जहां नक्सली हमले का खतरा बना रहता है। यूपी पुलिस ने इन डिस्ट्रिक्ट में और अधिक अलर्ट के निर्देश दिए हैं।

यूपी में 8 हजार मोस्ट वांटेड

यूपी में 8 हजार से ज्यादा वांछित अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। एडीजी लॉ एंड आर्डर ने सख्त निर्देश दिए हैं इनको सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाए। एडीजी ने ऐसे क्रिमिनल्स की सूचना देने वालों के लिए गुप्त इनाम देने की भी घोषणा की है।

लगाएं घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा

यही नहीं सभी डिस्ट्रिक्ट को निर्देश दिए गए हैं कि थानों की पुलिस अपने एरिया में घर-घर जाकर लोगों को घरों के बाहर सीसीटीवी लगाने के लिए प्रेरित करे। इसके अलावा कॉलोनियों में अलग-अलग रास्तों से बदमाश घुस जाते हैं जिनसे उन्हें पकडऩे में प्राब्लम होती है। ऐसी कॉलोनियों के गेट लगाने व रात में एक गेट ही ओपन रखने के लिए प्रेरित किया जाए। जागरूकता के लिए इंस्टीट्यूट्स व कॉलेज की भी हेल्प ली जाए।

37 जिलों में पीआरओ सेल inactive

यूपी पुलिस द्वारा सभी जिलों में पीआरओ सेल ओपन की गई हैं, लेकिन अभी 37 जिले ऐसे हैं जिनमें पीआरओ सेल इनएक्टिव हैं। इन पीआरओ सेल द्वारा सिर्फ 15 परसेंट ही वर्क किया जा रहा है। ऐसे में पीआरओ सेल को एक्टिव होने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। पीआरओ सेल के माध्यम से ऐसे अपराधियों की फोटो फेसबुक व ट्विटर पर पोस्ट की जाएं। कानपुर पुलिस के विकलांगों द्वारा चलाए जा रहे ट्रैफिक अभियान से सीख लेने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने पब्लिक से भी अपील करने के लिए कहा है कि वह ट्रैफिक वाइलेंस से जुड़ी फोटो व वीडियो भी फेसबुक व ट्विटर पर पोस्ट कर दें, जिससे एक्शन में हेल्प मिल सके

Report by-anil kumar