-अहमदाबाद और विजयबाड़ा में कोविड हॉस्पिटल में आग लगने से जा चुकी हैं 18 जान

-बरेली में फायर, बिजली और पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट ने 4 कोविड हॉस्पिटल का किया निरीक्षण

बरेली- अहमदाबाद और विजयबाड़ा में कोविड हॉस्पिटल में आग लगने से 18 लोगों की जान चली गई। अहमदाबाद हादसे के बाद से ही सीएम के निर्देश पर बरेली प्रशासन अलर्ट हो गया है। फायर, बिजली और पीडब्ल्यूडी की ज्वाइंट टीमें कोविड व नॉन कोविड हॉस्पिटल्स का ताबड़तोड़ निरीक्षण कर रही हैं। टीम ने 4 कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर लिया है और नान कोविड का निरीक्षण जारी है। निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिली हैं, जिन्हें दूर करने के निर्देश हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भेज दिए गए हैं। पूरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी और फिर शासन स्तर पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इन हॉस्पिटल में मरीज हो रहे भर्ती

बरेली में प्रमुख रूप से 4 कोविड हॉस्पिटल बनाए गए हैं, जिनमें एल वन से लेकर एल 3 हॉस्पिटल तक हैं। एल वन हॉस्पिटल 300 बेडेड हॉस्पिटल है, जो सरकारी है, इसे भी एल-2 व एल-3 लेवल बनाने के सीएम ने निर्देश दिए हैं। इसके अलावा पीलीभीत रोड और दिल्ली रोड स्थित दो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को एल-2 हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां लक्षण वाले मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त नैनीताल रोड स्थित प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को एल-3 हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां पर सीरियस पेशेंट को शिफ्ट किया जा रहा है। इनके अलावा बिथरी चैनपुर, रेलवे हॉस्पिटल इज्जतनगर समेत अन्य हॉस्पिटल को भी कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है। यही नहीं सिविल लाइंस स्थित एक होटल को भी कोविड हॉस्पिटल के तौर पर चुना गया है, जहां पर मरीजों को रखा जाता है।

सीएम ने जारी किए थे निर्देश

अहमदाबाद हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी कोविड व नान कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर वहां के फायर सेफ्टी इंतजाम चेक करने के निर्देश दिए थे। जब सीएम बरेली आए थे तो भी उन्होंने इसको लेकर जरूरी निर्देश दिए थे, जिसके बाद फायर डिपार्टमेंट, पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग की ज्वाइंट टीमें बनायी गई। इन टीमों की अगुवाई चीफ फायर ऑफिसर को दी गई है। टीमों ने अब तक शहर के चारों प्रमुख कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर वहां के इंतजाम और खामियां के बारे में जानकारी कर ली है। सभी की एनॉलिसिस कर रिपोर्ट तैयार की गई है और जल्द रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

11 टीमें फायर डिपार्टमेंट की

ज्वाइंट टीम के अलावा 11 टीमें फायर डिपार्टमेंट ने खुद की बनाई हैं जो नॉन कोविड सभी हॉस्पिटल व नर्सिग होम का निरीक्षण करेंगी। यह टीमें शहर में व तहसील स्तर पर बनायी गई हैं, वहीं के फायर सेंटर के अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा अपने एरिया के हॉस्पिटल का निरीक्षण करना होगा और इसकी रिपोर्ट भी तैयार करनी होगी। सभी हॉस्पिटल की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

यह व्यवस्थाएं हो रहीं चेक

अभी तक जो आग लगने के हादसे हुए हैं, उनकी वजह शार्ट सर्किट बताई गई है, जिसकी वजह से फायर डिपार्टमेंट के साथ बिजली विभाग की टीमें भी जा रही हैं। फायर की टीम चेक कर रही है कि हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी के क्या इंतजाम हैं, जो इंतजाम हैं वह पर्याप्त हैं, फायर एक्सटिंग्यूसर पर्याप्त मात्रा में लगे हैं, पानी की व्यवस्था है कि नहीं और क्या सब चालू हालात में हैं या नहीं। इसके अलावा बिजली विभाग की टीम चेक कर रही है कि हॉस्पिटल में बिजली के क्या इंतजाम हैं, क्या हॉस्पिटल की वायरिंग पुरानी है, क्या कहीं वायर कटे तो नहीं हैं। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी की टीम चेक कर रही है कि बिल्डिंग में आग लगने पर कैसे लोगों को बाहर निकाला जा सकता है। कितना धुंआ भर जाएगा और धुंआ निकलने के क्या इंतजाम हैं।

मिल रही हैं खामियां

ज्वाइंट टीम के निरीक्षण में हॉस्पिटल में खामिंया मिल रही हैं, जिन्हें हॉस्पिटल मैनेजमेंट को दूर करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं लेकिन क्या खामियां मिली हैं, इसको लेकर कोई अभी खुलकर नहीं बोल रहा है, क्योंकि इसकी रिपोर्ट शासन को जानी है और शासन स्तर पर ही कार्रवाई की जाएगी लेकिन अभी तक पता चला है कि कई जगह फायर सेफ्टी के पूरे इंतजाम नहीं हैं, कई हॉस्पिटल में फायर एक्सटिंग्यूसर ठप पड़े हैं, तो कई हॉस्पिटल की बिल्डिंग कंजेस्टेड है तो कई जगह वायरिंग काफी पुरानी है। इन सभी कमियों को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। कुछ हॉस्पिटल की एनओसी का रिन्यूवल ही नहीं हुआ था। कई का इंश्योरेंस नहीं था।

कोविड व नॉन कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण ज्वाइंट टीमें कर रही हैं। सभी 4 मेन कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर लिया गया है। फायर डिपार्टमेंट की 11 टीमें लगी हैं। एनॉलिसिस कर जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

चंद्र मोहन शर्मा, चीफ फायर ऑफिसर