बरेली(ब्यूरो)। नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे कार्यों में प्लानिंग का अभाव हमेशा से देखा गया है। एक बार फिर यह चीज देखने को मिल रही है। बाजार में निकलने पर सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को टॉयलेट्स को लेकर होती थी। इसे समाप्त करने के लिए निगम की ओर से तीन पिंक टॉयलेट्स बिहारीपुर चौकी के सामने, रोजगार दफ्तर के पास व पटेल चौक से बरेली कॉलेज जाने वाले रोड पर बनवाए गए थे। लेकिन, मेंटेनेंस के अभाव के कारण इनकी हालत खराब हो रही है। इन खराब टॉयलेट्स की दशा सुधारने को लेकर कोई उपाय नहीं किए जा रहे, बल्कि अब स्वच्छ भारत मिशन के तहत निगम की ओर से 10.50 लाख रुपए की लागत से फाइव सीटर टॉयलेट का निर्माण कराने की तैयारी की जा रही है।

नहीं मिला केयरटेकर
बिहारीपुर रोड पर बनी पिंक टॉयलेट का हाल बहुत खराब है। यहां पर टॉयलेट के पास में ही केयरटेकर का रूम भी बना हुआ है। लेकिन, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम जब मौके पर पहुंची तो केयरटेकर का रूम खाली मिला। पिंक टॉयलेट का हाल भी ठीक नहीं था। टॉयलेट्स की दीवार से पपड़ी निकल रही है। इसको बेहतर दिखाने के लिए पिंक कलर का पेंट कर दिया गया है। कलेक्ट्रेट में रोजगार ऑफिस के बाहर बने पिंक टॉयलेट का हाल भी अच्छा नहीं है। इसकी दीवारों से भी पपड़ी निकल रही है। यहां पर भी केयरटेकर नहीं मिला।

सैनिटरी वैंडिंग मशीन भी लगेगी
शहर में तीन पिंक टॉयलेट बने हैं। कम्यूनिटी व पब्लिक टॉयलटे्स की संख्या 25 है। इसके साथ ही 15 एस्पिरेशनल पब्लिक टॉयलेट भी बनाए गए हंै। अब स्वच्छ भारत मिशन के तहत फाइव सीटर टॉयलेट जंक्शन पर तांगा स्टैैंड के पास बनाया जाएगा। इसमें महिलाओं के लिए छोटा रेस्ट रूम बनाया जाएगा। इसके साथ ही इसमें सैनिट्री वेंडिंग मशीन भी लगाई जाएगी।

नहीं आतीं महिलाएं
टॉयलेट्स के आसपास सफाई न होने के कारण महिलाएं इनके इस्तेमाल से बचती हैं। इसके अलावा कई बार केयरटेकर की गैर मौजूदगी में पुरुषों द्वारा इनका प्रयोग करना भी महिलाओं के इनका उपयोग करने से बचने का एक कारण है। बिहारीपुर के पास बने टॉयलेट के गेट के बाहर गंदगी होने के कारण बाजार मेंं आई महिलाएं इसका इस्तेमाल करने से कतराती हैैं। नाम न बताने की शर्त पर टॉयलेट के केयरटेकर ने बताया कि इन टॉयलट्स में महीने भर में मुश्किल से दो-चार महिलाएं ही आती है।


फैक्ट एंड फिगर
03 पिंक टॉयलेट्स है शहर में
01 फाइव सीटर टॉयलेट बनाया जाएगा
10.50 लाख रुपए होगी टॉयलेट की लागत
17 कम्यूनिटी टॉयलेट्स हैं शहर में
25 हैैं पब्लिक टॉयलेट्स
15 एस्पिरेशनल पब्लिक टॉयलेट्स भी हैं

जानकारी अभाव भी कारण
शहर में तीन पिंक टॉयलेट बने होने के बारे में महिलाओं को जानकारी न होना भी इनके कम इस्तेमाल होने का एक कारण है। इसके साथ ही निगम रोड स्थित पिंक टॉयलेट पर मेल केयरटेकर की तैनाती होने की वजह से भी महिलाएं इसके इस्तेमाल से बचती हैं।

वर्जन
पिंक टॉयलेट की सफाई को लेकर निर्देश दिए गए हैैं। वहीं नई फाइव सीटर पिंक टॉयलेट का टेंडर भी जल्द ही किया जाएगा। महिलाओं की सुविधा के लिए इसका निर्माण करवाया जाएगा।
-संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता