यह भी जानें

-15 दिन पहले रेडी हो गया था ओपन जिम

-50-60 लोग आ सुबह-शाम एक्सरसाइज करने

-सिविल लाइंस के लोहिया पार्क में है ओपन जिम, अभी नहीं हुआ इनॉग्रेशन

- बिना ट्रेनर के एक्सरसाइज कर रहे बरेलियंस, फ‌र्स्ट एड की भी नहीं है कोई व्यवस्था

बरेली : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सालों से अटका ओपन जिम फाइनली बरेलियंस को मिल ही गया। ओपन जिम बरेलियंस को फिट नहीं बना पाएगा, क्योंकि फिटनेस की मशीनें तो भरपूर हैं, लेकिन ट्रेनर एक भी नहीं है। ऐसे में सोचने वाली बात है कि बिना ट्रेनर के बरेलियंस फिट कैसे होंगे। ऐसे में अगर एक्सरसाइज करते टाइम कोई प्रॉब्लम हो जाती है तो बरेलियंस की जान को खतरा भी हो सकता है। हैरत की बात तो यह है कि अफसर जानते हैं बिना ट्रेनर के एक्सरसाइज से लोगों को प्रॉब्लम हो सकती है, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने ट्रेनर रखने की जरूरत नहीं समझी। अफसरों के मुताबिक ट्रेनर रखना उनका काम नहीं। ट्रेनर की जगह पर एक बोर्ड लगवाएंगे जिसे पढ़कर लोग एक्सरसाइज कर सकते हैं।

फिटनेस के लिए क्रेजी बरेलियंस

ओपन जिम का इनॉग्रेशन नहीं हुआ है लेकिन अभी से करीब 50 से 60 लोग एक्सरसाइज करने आ रहे हैं। इनमें बड़ों के साथ बच्चे भी हैं। ओपन जिम में ट्रेनर और गार्ड न होने से बच्चे मनमाने ढंग से उछल-कूद करते रहते हैं जिससे मशीनें तो खराब हो सकती हैं वहीं बच्चों को भी चोट लग सकती है, लेकिन जिम्मेदारों को शायद इससे कोई सरोकार नहीं है।

बच्चों की ग्रोथ रुक सकती

बड़ों की तुलना में बच्चे अगर बिना गाइडेंस के जिम कर रहे हैं तो उनकी ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है। मजाकिया ढंग में भी ऐसा करना बच्चों के लिए काफी खतरनाक है। इसलिए किसी गाइड को होना जरूरी है।

बोन डिसीज का खतरा

आईएमए अध्यक्ष डॉ। राजेश अग्रवाल के मुताबिक बिना गाइड के बेतरतीब ढंग से जिम करना सेहत के लिए घातक हो सकता है। हड्डी संबंधी रोग हो सकते हैं जैसे रीढ़ की हड्डी, जोड़ों में दर्द आदि। ये ऐसी ्रप्रॉब्लम है, जो एक बार हो जाने पर लाइफ टाइम खत्म नहीं होती हैं।

फ‌र्स्ट एड भी नहीं

ओपन जिम तो खुल गया है, लेकिन अगर एक्सरसाइज करते समय किसी को चोट लग जाए तो फ‌र्स्टएड आदि की भी व्यवस्था भी नहीं है जिससे बड़ी प्रॉब्लम हो सकती है। जिम्मेदारों को इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।

बिना गाइडेंस के जिम करने सेहत के लिए घातक हैं। बेतरतीब ढंग से मशीनों का उपयोग करने से रीढ़, घुटना संबंधी घातक दिक्कतें हो सकती हैं, जोकि जीवन भर रहती हैं बच्चों की ग्रोथ पर इसका असर पड़ सकता है। इसलिए जिम करने के लिए प्रॉपर नॉलेज रखने वाले की गाइडेंस बहुत जरूरी है।

डॉ। राजेश अग्रवाल, प्रेसिडेंट आईएमए

यह अच्छा सुझाव है बिना गाइडेंस के जिम करना वाकई किसी भी वर्ग के लिए घातक हो सकता है। लेकिन वहां कोई ट्रेनर तैनात करना निगम के अधीनस्थ नही हैं, लेकिन एक बोर्ड ओपन जिम के बाहर लगाएंगे जिस पर जिम संबंधी सुझाव लिखें होंगे। जिससे लोग पढ़कर इस पर अमल कर सकें।

अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त।