- कर्मचारियों ने फावड़े से खोदवाई मिट्टी, लेकिन जलाने के धुएं का निशान बाकी है

- इससे पहले सीएमएस ने उठवा लिये थे अधजले ओआरएस, स्टोर इंचार्ज जवाब-तलब

BAREILLY :

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओआरएस की शॉर्टेज शोर मचाने वाले कर्मचारी करतूत उजागर होते ही सजग हो गए। आनन-फानन में कूड़े में जलाए गए ओआरएस के सुबूत को फावड़े से मिटा भी दिया, लेकिन इससे पहले दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खबर 'अस्पताल में शॉर्टेज का शोर, कूड़े में फेंक रहे ओआरएस' पढ़कर सीएमएस के कान खड़े हो गए थे। उन्होंने अधजले ओआरएस के पैकेट्स को उठवा लिया था। स्टोर इंचार्ज समेत दो अन्य कर्मचारियों को जवाब-तलब कर लिया है। मामले में सीएमओ ने भी संज्ञान लिया है।

सीएमएस बोले मरीज ने फेंके होंगे

कूड़े के ढेर में ओआरएस के अधजले पैकेट्स होने के बारे में सीएमओ डॉ। विनीत शुक्ला ने जब सीएमएस केएस गुप्ता से जानकारी मांगी। जब मौके पर कर्मचारियों को भेजकर दिखवाया तो पता चला कि बड़ी मात्रा में ओआरएस पैकेट्स पड़े हैं। जब खुद जाकर देखा तो वह भी देखकर दंग रह गए। मौके पर तीन पैकेट्स पाउच भरे सील्ड अधजले पड़े हुए थे। उन्होंने मौके पर कर्मचारियों और सफाई कर्मचारियों, इमरजेंसी और मेडिकल इंचार्ज से पूछताछ की। लेकिन किसी ने ओआरएस के बारे में जानकारी नहीं दी। जिसके बाद उन्होंने दो कर्मचारी और एक स्टोर इंचार्ज को नोटिस जारी कर पूछा है कि ओआरएस कूड़े में कैसे पहुंचे। जिसको ओआरएस इतनी बड़ी मात्रा में दिए गए उसका नाम भी पूछा है। सीएमएस ने डॉ। सागर और डॉ। धस्माना को मामले की जांच सौंपी और दो दिन में रिपोर्ट मांगी है। डॉ। केएस गुप्ता ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि दवा जरूरत की दवा फेंकी गई और आग भी लगाई मामला गंभीर है।

दवा कंपनियों से मिलीभगत की बू

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओआरएस उपलब्ध होने के बावजूद शॉर्टेज का शोर करना। मरीजों को चार की बजाय एक पैकेट ही देना। इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि स्टोर औरदूसरे स्टाफ की दवा कंपनियों और उनके एमआर से मिलीभगत है। ताकि, मरीज बाहर से ओआरएस खरीदने के लिए मजबूर हों। क्योंकि इस वक्त ओआरएस की ज्यादा डिमांड है। इसलिए दवा कंपनियां प्रोडक्ट की बिक्री के लिए सेटिंग की हों तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। मुट्ठी गरम हुए बगैर ओआरएस को कूड़े में जलाना संभव नहीं है।

कूड़े में जो पैकेट्स जले नहीं थे उन्हें उठवा लिया है। एक स्टोर इंचार्ज और दो कर्मचारियों का जवाब मांगा है। जांच रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई करूंगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल