जांच के लिए सैंपल देकर घूम रहे लोग, कांटेक्ट हिस्ट्री के लिए कॉल करने पर पता चली हकीकत

- लगातार बढ़ रहे केस फिर अलर्ट नहीं हो रहे लोग, लापरवाही के चलते बढ़ रहा संक्रमण

केस 1: रिपोर्ट का नहीं किया वेट

शहर के देवचरा निवासी 40 वर्षीय युवक ने पिछले सप्ताह 300 बेड हॉस्पिटल में अपनी कोरोना जांच कराई थी, उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया इस दौरान उससे हेल्थ स्टाफ से हिदायत दी कि रिपोर्ट आने में दो दिन समय लगेगा, तब तक घर से बाहर नहीं निकलना है रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी तो सर्विलांस टीम संपर्क करेगी। हुआ भी ऐसा जब दो दिन बाद टीम ने संपर्क किया तो पता चला कि युवक पंचायत चुनाव के लिए नामांकन कराने गया हुआ है।

केस 2 सैंपल देकर लगाने लगे रेहड़ी

शहर रामनगर निवासी 30 वर्षीय युवक ने भी 300 बेड हॉस्पिटल में अपनी आरटी-पीसीआर जांच के लिए बीते सप्ताह ही सैंपल दिया था, उसको अन्य संक्रमितों की तरह गाइड लाइन की जानकारी दी गई। सैंपल देने के दो दिन बाद जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो टीम ने आईसीएमआर फार्म में दर्ज मोबाइल नंबर कॉल किया तो पता चला कि संक्रमित रेहड़ी लगाने गया है।

बरेली : ये दो केस तो बानगी भर हैं। ऐसे ही न जाने कितने लोग डेली जांच कराने के बाद क्वारंटाइन होने की जगह शहर में इधर-उधर घूम रहे हैं जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। आपको बता दें शहर में लगभग 2800 कोरोना जांच हो रही है जिनमें डेली 50 से ज्यादा पॉजिटिव मिल रहे हैं। रिपोर्ट आने तक लोगों को घरों में ही क्वारंटाइन रहना होता है लेकिन इसके बाद भी लोग घरों से बाहर निकलकर अपना काम कर रहे हैं। इसका खुलासा ट्यूजडे को हुआ जब सर्विलांस टीम क्वारंटीन करने के लिए संक्रमित से संपर्क कर रहे हैं तो पता चल रहा है कि संक्रमित घर से गायब है।

कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा अधिक

हेल्थ अफसरों के अनुसार जब पेशेंट्स का आरटी-पीसीआर सैंपल लिया जा रहा है। इस दौरान उसे सख्त हिदायत दी जा रही है रिपोर्ट आने तक खुद को घर में अकेले रहें, किसी भी परिवार के सदस्यों से सपंर्क न करें, बावजूद लोग निजी कार्यो से बाहर घूम रहे हैं इससे शहर में कम्युनिटी स्प्रैड का खतरा बना हुआ है।

वर्जन

आरटी-पीसीआर सैंपल की रिपोर्ट आने में करीब 48 घंटे का समय लगता है, तब तक पेशेंट्स को घर में अकेले रहने को कहा जा रहा है। हाल ही में कुछ ऐसे केसेज सर्विलांस टीम ने ट्रेस किए जो कि पॉजिटिव होने पर भी घर से बाहर घूम रहे थे। ऐसा नहीं करना है। इससे कोरोना अधिक फैलने का खतरा है।

डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी।