-करीब 15 घंटे तक थाना में बिना जुर्म के रहने पड़ा बच्चे को

-चाइल्ड हेल्पलाइन ने बिना कोरोना टेस्ट कराए लेने से किया था इनकार

बरेली- बिथरी चैनपुर में लावारिस हालत में मिला बच्चा कोरोना टेस्ट से पहले ही अपने परिजनों को मिल गया। उसे बिना जुर्म के 15 घंटे तक थाने में रहना पड़ा, क्योंकि चाइल्ड हेल्प लाइन ने बिना कोरोना टेस्ट कराए उसे लेने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते उसे पुलिस ने थाने में रोका था और सुबह टेस्ट के बाद चाइल्ड लाइन को सौंपने की तैयारी की थी लेकिन तब तक उसके परिजन थाने आ गए।

फोन पर कर दिया था इनकार

बता दें कि बिथरी चैनपुर में सैटरडे रात हाइवे पुल से पहले एक 10 साल का बच्चा दिवा लावारिस हालत में मिला था। रोजगार सेवक ने चाइल्ड हेल्प लाइन को फोन कर बच्चे को ले जाने के लिए कहा था तो उनसे कह दिया गया कि बिना कोरोना टेस्ट के बच्चे को नहीं लेंगे। जिसके बाद वह बच्चे को थाने लेकर गए थे, जिसके बाद एसएसआई राकेश कुमार ने भी फोन किया था तो उन्हें भी यही जबाव दिया गया था। मामला संज्ञान में आने के बाद एसएसपी ने बच्चे को टेस्ट कराने के बाद सुपुर्द करने के निर्देश दिए थे।

नरियावल बाजार से खोया था

एसएसआई राकेश कुमार ने बताया कि बच्चे का टेस्ट कराने से पहले ही संडे सुबह करीब साढ़े 9 बजे बच्चे की चाची कैनविश बाई एक अन्य महिला के साथ बच्चे को लेने पहुंची। उन्होंने बताया कि वह मध्यप्रदेश की रहने वाली है। बच्चे की मां उसे छोड़कर चली गई थी और पिता देखरेख नहीं करता है। जिसकी वजह से उन्होंने ही बच्चे को पाला है। वह कंगन बेचने का काम करती हैं और रामपुर में रेलवे लाइन के किनारे बसे हुए हैं। वह सैटरडे को नरियावल बाजार में कंगन बेचने आयी थी, कि तभी बच्चा चला गया। उसके बाद से वह बच्चे को तलाश रही थी कि सुबह करीब 4 बजे किसी ने बताया कि बच्चा बिथरी चैनपुर थाने में है, जिसके बाद वह थाने पहुंची। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बच्चे को चाची के सुपुर्द कर दिया।