- लगातार बढ़ रही बुखार के मरीजों की संख्या

- फिजिशियन केबिन के बाहर सबसे ज्यादा मरीज

बरेली : जिले में बुखार के केस बढ़ने के साथ ही ओपीडी में भी मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। हाल ये हैं कि फिजिशियन से इलाज कराने के लिए बुखार से तप रहे लोग सुबह से ही जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। मरीजों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। सोमवार को करीब 1500 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें से करीब 523 बुखार से पीडि़त थे। इस वजह से सबसे लंबी लाइन बुखार के मरीजों की ही थी। बता दें कि पिछले दो वर्षों से जिले के मीरगंज, भमौरा, बहेड़ी, धौराटांडा में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिले थे। जिस कारण इन्हें संवेदनशील घोषित किया गया है।

बेड्स पर लगी मच्छरदानी

जिला अस्पताल या जिले में फिलहाल एक भी डेंगू का पाजिटिव केस नहीं है। लेकिन बुखार के मरीजों की स्थिति और शासन के दिशा-निर्देश देखते हुए एहतियात के तार पर जिला अस्पताल में इमरजेंसी के ऊपर डेंगू वार्ड बना दिया गया है। इसमें एक साथ 20 मरीजों का इलाज किया जा सकता है। सोमवार को डेंगू वार्ड में मरीजों के लिए मच्छरदानी भी लगा दी गई। उधर, सीएचसी व पीएचसी पर छह-छह बेड के डेंगू वार्ड बनाए जा चुके हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने पर सभी जगह से केस 300 बेड कोविड अस्पताल में भर्ती किये जाएंगे।

करीब डेढ़ हजार पहुंच चुके मलेरिया के मरीज

जिले में जनवरी से अब तक मलेरिया के करीब डेढ़ हजार केस सामने आ चुके हैं। इनमें से अधिकांश केस प्लाज्मोडियम वाइवैक्स के हैं। मलेरिया विभाग के डेटा के अनुसार पांच सितंबर तक जिले भर में 1,32,363 लोगों की मलेरिया और डेंगू की जांच हुई। इसमें 1323 मरीजों में मलेरिया प्लाज्मोडियम वाइवैक्स यानि पीवी और 136 मरीजों में फाल्सीपेरम (पीएफ) की पुष्टि हो चुकी है।

डेंगू, मलेरिया के बढ़ते प्रकोप के चलते सीएचसी-पीएचसी पर डेंगू वार्ड बनाए जा चुके हैं। अधिक से अधिक मलेरिया की जांच बढ़ाने के भी आदेश दिए हैं।

डा.बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

जिला अस्पताल में फीवर हेल्प डेस्क और डेंगू वार्ड भी बना दिया गया है। सभी फिजिशियनों को बुखार के संदिग्ध मरीजों की तत्काल जरूरी जांच और समुचित इलाज के स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं।

- डा.सुबोध शर्मा, मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल

पिछले चार दिनों में बुखार के मरीज

1 सितंबर - 335

2 सितंबर - 414

3 सितंबर - 378

4 सितंबर - 212