30 लाख लोगो ने जामियातुर रजा की वेबसाइट के मध्यम से ऑनलाइन मनाया उर्स-ए-रजवी

- उर्स की व्यवस्थाओं में रहा कमेटी का विशेष सयोग

बरेली : जामियातुर रजा के आईटी सेल हैड अतीक अहमद ने बताया की उर्स के ऑनलाइन प्रसारण के लिए वेबसाइट लिंक सोशल मीडिया के जरिए जारी किया गया। जिससे हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया के देशों जैसे मदीना शरीफ, दुबई, बांग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, तुर्की, इंडोनेशिया, ईरान, लीबिया, कतर, ओमान, जिम्बाब्वे, जॉर्डन, मिस्त्र, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, हॉलैंड, श्रीलंका आदि देशों के में सुना गया। जबकि हिंदुस्तान के कई प्रदेशों जैसे उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, कश्मीर, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिसा आदि के तमाम शहरों में भी सरकार आला हजरत के 102वा उर्स-ए-रजवी की रस्म ऑनलाइन से जुड़ के अदा की गई। तीन दिन कार्यक्रम को लगभग 30 लाख जायरीन ने उर्स का लाइव ओडियो प्रसारण सुना।

इन्होंने पेश किए खिताब

काजी-ए-हिन्दुस्तान के दामाद फरमान हसन खां ने बताया कोरोना महामारी के चलते इस बार खानकाहे ताजुश्शरिया और मदरसा जामियातुर रजा के अलावा उर्स-ए-रजवी लोगो ने अपने घरों, मोहोल्लो, दुकानो मस्जिदों व गांव में बड़ी शान शौकत के साथ मनाया और मदरसा जामियातुर में स्टाफ की मौजूदगी में ही उर्स-ए-रजवी मनाया गया। मुफ्ती असजद मिया ने दरगाह ताजुश्शरिया पर कुल की रस्म अदा की। उर्स पर इन उल्माओ ने की तकरीर मुफ्ती बहुल मुस्तफा सदरूल शरिया, शाहजादे मोहाद्दीसे कबीर मुफ्ती अबू यूसुफ, मुफ्ती आशिक़ हुसैन, मुफ्ती अफजाल रजवी अल्लामा अब्दुल मुस्तफा सहाब हश्मती, शेरे काल्पी गयास-ए-मिल्लत, मुफ्ती शाहजाद आलम, काजी-ए-शहर मुफ्ती सैय्यद फैजन रजा रामपुरी, मौलाना अख्तर अलीमी ने खिताब पेश किए।

इनका रहा सहयोग

उर्स की व्यवस्थाओं में शमीम खां सुल्तानी, डॉ। मेहंदी हसन, मीडिया प्रभारी समरान खान, हाफिज इकराम रजा खां, शमीम अहमद, मौलाना निजामुद्दीन, मोहम्मद कलीम उद्दीन, अब्दुल्लाह रजा खां, मोईन खां, बख्तियार खां, नदीम अहमद सुभानी, मोईन अख्तर, शाईबूद्दीन रजवी, वसीम रजा, दानिश रजा, नवेद असलम, कौसर अली, दन्नी अंसारी, गुलाम हुसैन, आबिद नूरी, फैजान खान, आकिल रजा, डॉ। जफर खान आदी का विशेष सहयोग रहा।