आई इम्पैक्ट

- पीलीभीत बाईपास पर सफाई के दौरान मिला भारी मात्र में मेडिकल वेस्ट

- सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक नगर निगम ने हटाया कूड़ा, 4 दिन हटेगा कूड़ा

BAREILLY:

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खबर के बाद पीलीभीत बाईपास का 'नरक' साफ होने की शुरुआत हो गया है। वेडनसडे सुबह से दोपहर तक नगर निगम की टीम ने 64 टन कूड़ा उठाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड में डंप किया है। सफाई के दौरान हालात इस कदर बुरे रहे कि सफाईकर्मियों को मुंह पर कपड़ा बांध कर सफाई कार्य करते रहे। दोपहर करीब 1 बजे तक हुई सफाई में 64 टन कचरा वहां से उठाया गया है। यह सफाई कार्य आगामी 4 दिनों तक चलाने के आदेश नगर आयुक्त ने दिए हैं। ताकि पीलीभीत बाईपास का 'नरक' पूरी तरह खत्म हो सके। बता दें कि हाल ही में यहां कूड़े के ढ़ेर में दो लाश मिल चुकी है।

जानवरों की मिले शव, कंकाल

सफाईकर्मियों को सफाई के दौरान 8 कुत्ते, 1 घोड़ा समेत गोवंशीय पशुओं के सड़ रहे शवों के साथ ही दो दर्जन से अधिक कंकाल मिले। टीम ने शवों को उठाने वाले सफाईकर्मियों से शव को हटाया। तेजी से सफाई कार्य कराने के लिए ट्रैक्टर, ट्रॉली और कूड़ा उठाने वाली जेसीबी मौजूद रही। कूड़ा उठाने के दौरान दम घोंटने वाली बदबू से राहगीर भी परेशान रहे। सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक कचरा हटाकर सफाई की गई। डोहरा रोड के पास यूनिवर्सिटी के दीवार से बीसलपुर रोड की तरफ सफाई कार्य किया गया। शुरुआत दो दिन पहले जलाए गए कूड़े में मिली लाश के स्थान से हुई है।

हॉस्पिटल फेंक रहे मेडिकल वेस्ट

सफाई के दौरान मिले मेडिकल वेस्ट ने हॉस्पिटल्स की पोल खोली है। जिसमें इंजेक्शन की शीशी, सिरिंज, पट्टियां, प्रेग्नेंसी के दौरान यूज होने वाली कॉटन, एक्सपायर्ड दवाएं, कैप्सूल व लिक्विड बॉटल्स मिली हैं। इसके अलावा अन्य मेडिकल वेस्ट मिले हैं। जो साबित करते हैं कि पीलीभीत बाईपास के पास स्थिति सभी हॉस्पिटल्स बड़ी मात्रा में मेडिकल वेस्ट फेंक रहे हैं। जो नियमों का खुलेआम उल्लंघन है। क्योंकि नियमानुसार मेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करने के लिए आईएमए द्वारा नीयत कंपनी को मेडिकल वेस्ट देना होता है। क्योंकि मेडिकल वेस्ट से संक्रमण और गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की संभावना है।

बारातघर यहां फेंक रहे अपशिष्ट

पीलीभीत बाईपास के पास करीब 20 से ज्यादा बारातघर, बैंक्वेट हॉल हैं। जो अपना कूड़ा कचरा यहीं फेंक रहे हैं, जिसकी पुष्टि वेडनसडे को सफाई के दौरान हुई है। सफाईकर्मियों के मुताबिक वहां सर्वाधिक कचरा बारातघर में होने वाले आयोजनों का मिला है। जबकि नियमानुसार बारातघरों को सफाईकर्मियों के जरिए कचरा फेंकना चाहिए। साथ ही, उन्हें डलावघर पर या नगर निगम से सीधे संपर्क कर कूड़ा उठवाने का नियम है। लेकिन बारातघर संचालक आयोजकों से कूड़ा उठाने का रुपया वसूलकर उसे रोड के किनारे फेंक रहे हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद नगर आयुक्त ने मामले पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

लगेगा जुर्माना फिर एफआईआर

नगर आयुक्त ने देर शाम सफाईकर्मियों की मीटिंग बुलाई। उन्होंने आदेश दिए हैं कि वहां पर हर दिन सफाईकर्मी निगरानी करेंगे। आस-पास के हॉस्पिटल्स, बारातघर, कॉलोनियों से फेंके जाने वाले कूड़े कचरे पर निगाह रखेंगे। यदि कोई कूड़ा फेंकता पाया गया तो उसे फॉलो करेंगे। उसका एड्रेस नोट कर उसपर 5 से 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा। फिर भी किसी ने कूड़ा फेंका तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि सभी सफाईकर्मियों को नगर आयुक्त के आदेश से अवगत करा दिया गया है। कहा कि कोई भी सफाईकर्मचारी वहां कूड़ा नहीं फेंकता है।

पीलीभीत बाईपास पर डंप हुआ कूड़ा कचरा हटाना शुरू हो गया है। वहां मेडिकल वेस्ट, बारातघरों का कचरा सबसे अधिक मिला है। 4 दिन तक नगर निगम सफाईकर्मी क्षेत्र को पूरी तरह साफ कर देंगे। उसके बाद निगरानी और पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त