BAREILLY:

करोड़ाें लोगों का पेट भरने के लिए अन्न उपजाने वाले किसान सरकारी तंत्र में उलझकर बर्बाद हो रहे हैं। धान तैयार है, पर न खरीद केन्द्र अस्तित्व में आए न मंडियों में पूरा भाव मिलना शुरू हुआ। इंतेहा तो तब हो गई जब कर्ज के बोझ तले दबा एक किसान फसल लेकर अन्यत्र बेचने निकला तो बरेली में कॉमर्शियल टैक्स विभाग की टीम ने पकड़ कर 60 हजार जुर्माना लगाकर बर्बाद कर दिया।

धान की फसल बेचने निकला एक किसान तीन दिन से बरेली में कामर्शियल टैक्स विभाग के जाल में फंसा है। पीलीभीत का यह किसान वहां मंडी में हड़ताल और बाहर उचित दाम नहीं मिलने के कारण ट्रक में 150 क्विंटल खुला धान भरकर बरेली आया था। धान बेच पाता इससे पहले ही कॉमर्शियल टैक्स विभाग की टीम ने किसान को व्यापारी बताकर 60 हजार जुर्माना लगा दिया। मजबूर किसान ने धान गीला होने के कारण खराब होने के डर से पत्नी के गहने गिरवी रख जुर्माने की रकम का इंतजाम किया तब कहीं जाकर धान से भरा ट्रक छोड़ा गया।

कमिश्नर धान खरीद से असंतुष्टट

फ्राइडे को बरेली में मंडलीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर प्रमांशु धान उपजाने में अग्रणी जिलों पीलीाीत और शाहजहांपुर में धान ारीदी न करने पर पीसीएफ को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि धान ारीदी नहीं होगी तो किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ेगा और वह बिक्री के लिए दूसरे जिलों का रुा कर सकते हैं। ऐसे में अगर उनपर कार्रवाई हुई तो मजबूरी और लाचारी किसी ाी हद तक उन्हें जाने को मजबूर कर सकती है। पिछले दो वर्षो से किसानों की स्थिति दयनीय है। काी सूो तो काी अतिवृष्टि होने से उनकी फसलें तबाह हो रही थी। इस वर्ष बरेली, पीलीाीत, शाहजहांपुर, बदायूं के करीब 30 ला से ज्यादा किसानों ने बैंक अथवा साहूकार से कर्ज लेकर फसल बुवाई की। फसल तो अच्छी हुई पर सरकारी तंत्र ने दगा दे दिया।

धान उपजाकर हुआ बर्बाद

यह दर्दनाक दास्तां बरेली से सटे पीलीाीत के लोधीपुर गांव निवासी किसान इंतजार खान की है। कर्ज में दबे किसान ने 16 से 19 अक्टूबर तक पीलीभीत मंडी में हड़ताल के कारण धान नहीं बिक पाने पर दूसरे जिलों का रुा किया। इंतजार कर्ज चुकाने के लिए जल्द से जल्द धान बेचने के लिए पड़ोसी का ट्रक किराए पर लेकर उसमें खुला धान भरकर घर से निकले थे। बरेली पहुंचते ही कॉमर्शियल टैक्स विभाग ने जांच के नाम पर ट्रक रोक लिया और जुर्माना लगा दिया।

दो दिन खड़ा रखा ट्रक

बरेली में कॉमर्शियल टैक्स विभाग की टीम ने 19 अक्टूबर को ट्रक संया यूपी 12 टी 4301 को रुकवाया। किसान ने जोत बही, बैंक पास बुक और पहचान के दस्तावेज दिखाए। इंस्पेक्टर नीरज वर्मा ने देखने के नाम पर किसान से कागज छीन लिए और ट्रक ड्राईवर के नाम पर 60 हजार जुर्माना रसीद काट दी। धान गीला था, खराब होने के डर से किसान ने रातोंरात गांव पहुंच कर पत्नी के जेवर गिरवी रख जुर्माना चुकाया।

1.5 लाख पर,60 हजार जुर्माना

150 क्विंटल धान की कीमत डेढ़ करोड़ आंकते हुए कामर्शियल टैक्सेसन टीम ने 40 प्रतिशत जुर्माना लगाते हुए 60 हजार रुपए की रसीद काट दी। किसान अपने गांव लौटकर पत्नी के जेवर गिरवी रखकर उधार रुपए लेकर लौटा,तब धान छूटा।

ट्रक मालिक और किसान की मिलीभगत से धान यूपी से बाहर ले जाया जा रहा था। पूछताछ में संदेह होने पर जुर्माना की कार्रवाई की गई है। जुर्माना रकम सरकारी खाते में जमा हुई है।

-नीरज वर्मा, कामर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बरेली

16 से 19 अक्टूबर तक पीलीभीत मंडी में हड़ताल थी। किसान अपना अनाज कहीं भी ले जाकर बेचने के लिए स्वतंत्र हैं, दस्तावेज दिखाने के बावजूद जुर्माना लगा दिया तो गंभीर मामला है।

मनीष सिंह, मंडी सचिव, पीलीभीत।