-कोरोना पॉजिटिव के घर बच्चों को पढ़ाने आते थे मौलाना

-पास की मस्जिद के मेल मौलाना रहते हैं मुरादाबाद में

बरेली-हजियापुर के मृत कोरोना पॉजिटिव शख्स की ट्रेवल व कांटेक्ट हिस्ट्री तलाशने में टीमें लगातार लगी हुई हैं। इस मामले में हजियापुर मामले में पुलिस को कुछ जानकारी मिली है। पुलिस को मृत पेशेंट के यहां बच्चों को घर आकर पढ़ाने वाले मौलाना के बारे में पता चला है। यह मौलाना पास की ही मस्जिद में रहता है। जिसके मेन मौलाना मुरादाबाद के रहने वाले हैं। मौलाना ने लॉकडाउन से पहले ही मुरादाबाद जाने की बात कही है लेकिन पुलिस अब मौलाना के मोबाइल की काल डिटेल निकाल रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हेल्पर से पूछताछ में खुलासा

बता दें कि हजियापुर के पेशेंट के घर दो हेल्पर दवा देने का काम करते थे। इस बारे में पुलिस को पूछताछ व सर्विलांस से पता चला था। एक हेल्पर से पुलिस पहले पूछताछ कर चुकी थी और एक से ट्यूजडे को पूछताछ की तो उसने बताया कि जिस घर में वह काम करता था, वहां एक मौलाना बच्चों को उर्दू पढ़ाने आते थे और वह आखिर तक पढ़ाने आए थे। उसके बाद पुलिस ने मौलाना से पूछताछ की और उसे क्वारंटाइन कराया जा रहा है। उसने ही बताया कि मस्जिद के मेन मौलाना मुरादाबाद में रहते हैं। जिसके बाद पुलिस ने मौलाना से पूछताछ की तो उसने लॉकडाउन से पहले ही बरेली छोड़ने की बात कही है।

दूसरे हॉस्पिटल में चला इलाज

वहीं फरीदपुर की महिला के मामले में सामने आया है कि महिला का एक अन्य हॉस्पिटल में लंबे समय से इलाज चल रहा था। गर्भावस्था के दौरान मार्च में महिला अपने पति के साथ कई बार इस हॉस्पिटल में दिखाने के लिए आई थी लेकिन डिलीवरी के कुछ दिन पहले ही हॉस्पिटल की डॉक्टर ने लॉक डाउन का हवाला देते हुए डिलीवरी करने के लिए मना कर दिया था जिसके बाद महिला रामपुर गार्डन के ही इस हॉस्पिटल में एडमिट हुई जिसको प्रशासन ने अपने कब्जे में लेकर तालाबंदी की हैं। महिला के पति से पूछताछ में पता चला कि मार्च के अंत में महिला अपने पति के साथ शहर के चौकी चौराहा स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच कराने के लिए आई थी। इसकी जानकारी होने के बाद टीम ने ट्यूजडे को सेंटर पर तैनात 12 लोगों के स्टाफ को क्वारंटाइन कर उनका सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। महिला का अपने मोहल्ले में ही मायके में भी आना-जाना रहा है।