बरेली(ब्यूरो)। पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है। इसको लेकर संडे को बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का अभियान शहर के 2823 बूथोंं पर शुरू हुआ। इसमें शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाएगा। एक्सपट्र्स का कहना है कि प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं।

किया गया इनॉग्रेशन
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.अरुण कुमार ने यूपीएचसी बानखाना में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मेले के शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ। बलवीर सिंह ने बच्चों को पल्स पोलियो की ड्राप पिलाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरीदपुर में फरीदपुर विधायक डॉ। श्याम बिहारी लाल, सुभाषनगर में कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, नवाबगंज में विधायक एमपी आर्या, शेरगढ़ में चेयरमैन जिला सहकारी बैंक भिनु गंगवार द्वारा स्वास्थ्य मेले एवं पल्स पोलियो कार्यक्रम बूथ का इनॉग्रेशन किया।

19 से 23 तक चलेगा अभियान
जला प्रतिरक्षा अधिकारी डॉ। प्रशांत रंजन ने बताया कि 19 से 23 सितंबर तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी। पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है। पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है।

संपूर्ण प्रतिरक्षण है जरूरी
भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात (आमतौर पर पैरों में) में बदल जाता है। ऐसे पक्षाघात पीडि़त में से पांच से दस फीसदी की मौत हो जाती है। ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है। डॉ प्रशांत ने बताया कि जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 2823 बूथों पर पोलियो की दवा पिलाई गई। जिसमें एसीएमओ डॉ। अशोक कुमार सहित स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।