- बड़ा डाकखाना के पास मंडे को मंदिर के के घंटे से लटका मिला था किशोर साधू का शव

- ट्यूजडे को तीन डॉक्टरों के पैनल ने दोबारा किया पोस्टमार्टम, रिपोर्ट में बताया महज सुसाइड

बरेली। सिविल लाइंस में बड़ा डाकघर के पास स्थित दुर्गा मंदिर में मंडे सुबह किशोर साधू का शव मंदिर के घंटे से लटकता मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोर की कुकर्म के बाद गला दबाकर हत्या करने की बात से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा, तो तुरंत ही रिपोर्ट दरकिनार कर दोबारा जांच के लिए समाधी से ही शव उठवा लिया गया। अब ट्यूजडे को दोबारा तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में घटना को महज एक सुसाइड बताकर पुरानी रिपोर्ट को झुठला दिया गया। हालांकि किशोर साधु ने सुसाइड क्यों किया इसकी वजह पुलिस नहीं बता पा रही है।

तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम

ट्यूजडे को किशोर साधू विजेंद्र गिरी उर्फ चेतन गिरी के शव का तीन डॉक्टरों के एक पैनल से दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया गया। इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। जिसकी रिपोर्ट देर शाम तक आई। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि दूसरी रिपोर्ट में मौत का कारण एंटी मॉर्टम हैंगिंग की वजह से एसफैक्सिया (शरीर में ऑक्सीजन की कमी) होना बताया गया, जिसमें सारे लक्षण सुसाइड के ही बताए गए। एसएसपी के मुताबिक पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट गलत बना दी गई थी। मृतक के शरीर पर कोई चोट या जोर जबरदस्ती के भी निशान नहीं पाए गए हैं। साथ में उन्होंने यह भी बताया कि रिपोर्ट में जिस ऐनल डायलेशन का जिक्र किया गया है, वह हैंगिंग का भी लक्षण है। इससे दुष्कर्म की पुष्टि नहीं होती।

पैरवी करने वाला तक कोई नहीं

मूल रूप से उत्तर पश्चिमी दिल्ली के बेगमपुर में राजीव नगर परनामी मार्केट निवासी विजेंद्र गिरी उर्फ चेतन गिरी (15) पिछले साल लॉकडाउन के दौरान शहर में आए थे। जिसने सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी बाबा गब्बर गिरी से पनाह मांगी थी। इसके बाद उन्होंने विजय को दुर्गा मंदिर में ठहराया था। पुलिस के मुताबिक विजेंद्र के घर में कोई नहीं है। उनके मुताबिक उसके माता-पिता दोनों की ही मौत हो चुकी है। वहीं विजेंद्र के आधार कार्ड में भी उनके पिता या माता की जगह केयर ऑफ में अशोक गिरी का नाम लिखा है। इससे एक बात साफ है कि अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट द्वारा इतने संगीन अपराध को दरकिनार करने के बाद मृतक को इंसाफ दिलाने के लिए मामले की पैरवी करने वाला तक कोई नहीं है। ऐसे में पुलिस की आगे की कार्रवाई क्या रहेगी या फिर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा, इसका भी अंदाजा लगाना मुश्किल है।

नहीं पता लगा सुसाइड का कारण

कुकर्म के बाद हत्या का मामला सामने आने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। देर रात ही पुलिस ने मृतक का शव समाधी से उठाकर दोबारा पोस्टमॉर्टम की भी तैयारी कर ली थी। इसके बाद ट्यूजडे को भी कोतवाली पुलिस मंदिर में दोबारा पूछताछ करने पहुंची। लेकिन इतना सब होने के बावजूद पुलिस अब तक मृतक के सुसाइड करने का भी कारण नहीं जान सकी है। आसपास के लोगों या फिर मंदिर के अन्य पुजारियों ने भी ऐसी कोई बात नहीं बताई जो कि मृतक के सुसाइड कर लेने की मानसिक स्थिति की तरफ इशारा करती हो।

डॉक्टरों के पैनल द्वारा दोबारा कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हैंगिंग से ही मौत होने की बात स्पष्ट हुई है। पुरानी रिपोर्ट में गलती हुई थी। पुलिस अब आगे मामले की जांच कर रही है। - रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी