बरेली: पूवरंचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण और इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट एक्ट 2020 के विरोध में फ्राइडे को विद्युत कर्मचारी अधिकारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्य अभियंता कार्यालय में विरोध सभा का आयोजन किया गया। इसी क्रम में अब प्रतिदिन 4 बजे से 5 बजे तक विरोध सभा का आयोजन बरेली जनपद मुख्यालय पर किया जाएगा।

हड़ताल की दी चेतावनी

सभा को संबोधित करते हुए संयोजक रणजीत चौधरी ने कहा कि निजीकरण की वास्तविक स्थिति आम जनता के लिए भयावह है और मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग, युवा, किसान इससे अछूता नहीं रहेगा। कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक सकता है और नए युवकों को रोजगार प्राप्त होने के अवसर पर रोक लग जाएगी। प्रमुख संघ कार्यालय सहायक संघ, अवर अभियंता संगठन, अभियंता संघ, प्राविधिक संघ, मजदूर संघ इस आंदोलन में संयुक्त रूप से विरोध सभा कर रहे हैं। सभी ने निजीकरण का फैसला वापस न लेने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। इस मौके पर सत्यार्थ गंगवार, नीरज यादव, स्वप्निल, नील, गौरव शर्मा, अमित चौधरी, माहिर अली, आदिल, अवधेश, रविन्द्र, आकांक्षा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

नरमू ने निकाला मशाल जुलूस

ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आहवान पर एनई रेलवे मजदूर यूनियन इज्जतनगर द्वारा रेलवे के निजीकरण निगमीकरण के विरोध में विरोध सप्ताह के पांचवें दिन मशाल जुलूस का आयोजन किया गया। जिसमें नरमू के केंद्रीय अध्य्क्ष बंसन्त चतुर्वेदी द्वारा डीजल शेड मैदान से मशाल जुलूस का शुभारंभ किया गया। मशाल जुलूस में सैकड़ों रेलवे के कर्मचारियों द्वारा विरोध दर्ज कराया गया। मशाल जुलूस में सुरेन्द्र मलिक, कामरान अहमद, सीडी अवस्थी, वीण्एन सिंह, रईस अहमद, सोमनाथ बनर्जी, रामकिशोर, रोहित सिंह, ब्रजपाल, परवेज़ अहमद, अनुराग शुक्ला, धर्मपाल, आबिदुद्दीन, आराम सिंह, आरके पांडेय, नूतन प्रकाश, राजीव यादव, ताजुद्दीन, हरीश भारती, महीप कश्यप, प्रदीप सारस्वत, जगदीश चन्द्र, दिलीप मित्रा, पंकज कुमार, राहुल सक्सेना आदि रहे।