बरेली(ब्यूरो)। आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए भले ही केंद्र सरकार की ओर से 18 से 59 वर्ष के नागरिकों के लिए प्रीकॉशन डोज फ्री कर दी गई हो। लेकिन। वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की ओर से दिया गया लक्ष्य को पूरे करने में स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट रहे हैैं। यहीं कारण है कि अब तक किसी ब्लॉक में 40 प्रतिशत तक प्रीकॉशन डोज नहीं लग पाई है। हालत यह है कि कई ब्लॉक तीन प्रतिशत तक वैक्सीनेशन नहीं करा पाए हैैं। सबसे अधिक प्रीकॉशन डोज सिविल लाइन अर्बन ब्लॉक में लगाई गई है, यहां लक्ष्य के सापेक्ष 35.02 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से संडे को चलाया गया महाभियान भी वैक्सीनेशन के आंकड़े को अपेक्षाकृत नहीं बढ़ा पाया। 75 दिनों में वैक्सीनेशन अधिक से अधिक करना स्वास्थ्य विभाग के लिए चैलेंज साबित हो रहा है।

बिना वैक्सीनेशन, फोन पर आ रहा मैसेज
जिले में कई लोगों के फोन पर बिना प्रीकॉशन डोज लगवाए वैक्सीनेशन संपन्न हुआ मैसेज आ रहा है। उसके बाद वह जब स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच रहे हैैं तो वहां से उन्हें गोलमोल जबाव दिए जा रहे हैैं। इससे परेशान लोग इधर से उधर भटक रहे हैैं। लेकिन, उसके बाद भी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों का इसको लेकर कहना है कि टेक्निकल मिस्टेक या अन्य कारणों से इस तरह की समस्या सामने आ सकती हैैं। किसी को अगर ऐसी समस्या आए तो वह स्वास्थ्य केंद्र पर शिकायत कर सकता है। इसको लेकर सीएमओ ने कहा था कि अगर ऐसी समस्या समाने आ रही हैं तो उनको दिखवाया जाएगा।

बाकरगंज सबसे पीछे
अर्बन में 35.02 प्रतिशत वैक्सीनेशन के साथ सिविल लाइन अर्बन ब्लॉक में सबसे अधिक यानी 79 हजार 333 के लक्ष्य के सापेक्ष में 27 हजार 786 लोगों ने प्रीकॉशन डोज लगवाई हैैं। इसके साथ ही प्रीकॉशन डोज लगाने में सबसे कम बाकरगंज अर्बन ब्लॉक की है। यहां पर 43 हजार 652 लक्ष्य सापेक्ष में मात्र 931 (2.13 प्रतिशत) लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई हैैं।