बरेली (ब्यूरो)। डेढ़ माह के अंदर ही जिला जेल में एक ओर कैदी ने सुसाइड कर लिया। वह पॉक्सो एक्ट में साढ़े चार वर्ष से जेल में था। तीन माह पहले ही उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। परिजनों ने जेलर और किशोरी के परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया है।

वर्ष 2018 हुई थी जेल
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला भूड़ निवासी सूर्यप्रकाश के 24 वर्षीय पुत्र अभिषेक शर्मा साढ़े चार वर्ष पहले इज्जतनगर थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर स्थित एक हॉस्पिटल में वार्ड ब्वॉयज था। अस्पताल के पास की ही एक किशोरी से उसका प्रेम-प्रसंग हो गया। किशोरी ने शादी के लिए कहा तो उसने इनकार कर दिया। किशोरी की तहरीर पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। तब से ही वह जेल में बंद था।

हुई थी आजीवन कारावास
तीन माह पहले कोर्ट ने उसे आजीवन कैद की सजा सुनाई थी। बिथरी पुलिस के अनुसार, बुधवार की सुबह साढ़े सात बजे उसने जेल में गमछे से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। जेल प्रशासन ने परिजनों को सूचना देने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी कराई गई। इंस्पेक्टर शितांशु शर्मा ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है।

परिजनों पर हत्या का आरोप
मृतक के पिता सूर्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि 15 दिन पहले वह जेल में बेटे से मिलाई करके आए थे। साथ ही दो दिन पहले उनकी फोन से बेटे से बात हुई थी। तब उसने सुप्रीम कोर्ट में अपील की बात हुई थी। बुधवार की सुबह साढ़े नौ बजे जेल से एक फोन आया कि उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली है। आप तुरंत पोस्टमार्टम हाउस पहुंचए। जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उनके बेटे के मुंह और सीने पर खून था। उन्होंने लडक़ी पक्ष व जेलर पर हत्या का आरोप लगाया है।


वर्जन
पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजीव शुक्ला, जिला जेल अधीक्षक