-सीएम ने मीटिंग के दौरान लापरवाही को लेकर जताई नाराजगी

-सीएम अधिकारियों को प्राइवेट हॉस्पिटल की मॉनिटरिंग के दिए निर्देश

बरेली- बरेली में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले में 75 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है और रोजाना 4 से 5 मरीजों की खबर आ रही है। मरीजों की मौत को लेकर सीएम भी चिंतित हैं, मरीजों की मौत क्यों हो रही है, इसकी लगातार समीक्षा हो रही है, जिसमें सामने आया है कि प्राइवेट हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते ऐसा हो रहा है। उन्होंने पेशेंट्स की डेली मॉनिटरिंग करने के निर्देश दी।

सभी जिलों से ली रिपोर्ट

सीएम योगी तय समय से करीब 15 मिनट की देरी से एयरपोर्ट पर पहुंचे और फिर सीधे कमिश्नरी में पहुंच गए। यहां पर उनका पहले जनप्रतिनिधियों से भेंट का प्रोग्राम था और उसके बाद कोविड को लेकर मंडलीय मीटिंग होनी थी लेकिन सीएम जनप्रतिनिधियों से मिले और फिर सभी को मीटिंग में लेकर चले गए और उनके साथ ही कोविड को लेकर समीक्षा की। सीएम ने सभी जिलों से उनके यहां की पूरी रिपोर्ट ली। सबसे पहले बरेली जिले की डिटेल मांगी गई। सभी जिलों के प्रेजेंटेशन के बाद सीएम ने जरूरी निर्देश दिए। प्रेजेंटेशन के दौरान अधिकारियों ने सर्विलांस, डोर-टू डोर सर्वे, मरीजों के आइसोलेशन, उन्हें दवाएं देना, व कमांड कंट्रोल रूम से मॉनिटिरंग आदि के बारे में जानकारी दी।

यूरिया की कमी न हो

सीएम ने मीटिंग में कहा कि वीकेंड लॉकडाउन पर सफाई अभियान में जन प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने माइग्रेंट वर्कर्स की सूची तैयार कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण की पारदर्शी व्यवस्था होनी चाहिए, इसके लिए जहां आवश्यक हो नोडल अधिकारी तैनात करें। उन्हांने यह भी कहा कि जनपद के किसानों को यूरिया की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यूरिया की कमी नहीं है। जनप्रतिनिधियों ने यूरिया की कमी को लेकर सीएम के सामने बात रखी थी। मीटिंग में वित्त मंत्री, सुरेश खन्ना, मेयर उमेश गौतम, विधायक अरुण कुमार, पप्पू भरतौल, बहोरनलाल मौर्या, छत्रपाल गंगवार व अन्य मौजूद रहे। इसके अलावा अधिकारियों में कमिश्नर रणवीर प्रसाद, डीएम नितीश कुमार व मंडल के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।