- नव निर्वाचित कार्यकारिणी की पहली बोर्ड बैठक मामूली कहासुनी के बीच निजी लान सभागार में हुई संपन्न

- एक ही माइक होने की वजह से पहले बोलने को लेकर जिला पंचायत सदस्यों में हुई बहस

- पांचवे राज्य वित्त व 15वें केंद्र वित्त से मिलने वाली धनराशि से कराए जाएंगे निर्माण कार्य

बरेली : जिला पंचायत की पहली बोर्ड बैठक में ही शनिवार को नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के बीच कहासुनी हो गई। ये अलग बात थी कि बहस विकास कार्यों को लेकर नहीं बल्कि माइक पर पहले बोलने की वजह से हुई थी। खास बात कि इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और बरेली सांसद संतोष गंगवार के साथ अन्य माननीय व प्रशासनिक अधिकारी भी मंच पर मौजूद थे। हालांकि करीब एक घंटे चली बैठक में जिला पंचायत से जुड़े इलाकों में विकास कार्य सर्व सम्मति सम्मति से पास हुए। सभी विकास कार्यों को मिलाकर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च आएगा। निर्माण कार्य पांचवे राज्य वित्त व 15वें केंद्र वित्त से मिलने वाली धनराशि से कराए जाएंगे। डोहरा रोड स्थित एक निजी लान के सभागार में दोपहर 12 बजे बैठक शुरू हुई।

सभी के साथ से होगा क्षेत्र का विकास :

बोर्ड बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने कहा कि सबका साथ होने से ही क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि सदस्यों के जरिए पहुंची जनसमस्याओं का तत्काल निस्तारण करें। उन्होंने बताया कि 59 जिपं सदस्यों ने प्रस्ताव भेजे थे। इसमें मुख्य रूप से जगह-जगह डामर रोड, मिट्टी का खड़ंजा और नालों का निर्माण होना है। इसके अलावा भी कुछ सदस्यों ने जिला पंचायत भवन का जर्जर सभागार दुरुस्त करने या नया बनवाने, जिला पंचायत या अन्य विभागों द्वारा बनाए गए मार्ग, सरकारी भवन व पुलों का नाम महापुरुषों के नाम पर करने। कार्यालय प्रांगण में भारत माता की मूर्ति लगाने, जिला पंचायत के विद्यालय प्रांगण या कृषि भूमि पर पीपल, बरगद, आंवला आदि वट वृक्ष प्रजाति लगाने के प्रस्ताव भी दिए हैं।

अधिकारियों पर जिपं सदस्यों ने दागे सवाल :

बैठक की शुरूआत में जिला पंचायत सदस्यों ने विकास के मुद्दों और जन समस्याओं के निस्तारण को लेकर अधिकारियों पर सवाल किए। 26 नंबर वार्ड से जिला पंचायत सदस्य ममता ने समाज कल्याण अधिकारी मीनाक्षी वर्मा से कहा कि सरकारी पोर्टल पर समस्याओं का महीनों से समाधान नहीं हुआ है। इस पर अधिकारी ने सभी समस्याओं पर विस्तृत जांच होने की बात कही। भुता के नव निर्वाचित सदस्य दीपक सेठ ने पेंशन में दलाली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बिना दलालों के वृद्धावस्था पेंशन व आवास के लिए पात्रों को लाभ नहीं मिल रहा। इस पर अधिकारियों ने आवेदन की गलत प्रक्रिया की बात कही। वहीं, अलग-अलग योजनाओं का जिक्र कर बात घुमाते रहे।

- सांसद संतोष ने जिला पंचायत सदस्यों को दिए सुझाव :

बोर्ड बैठक में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद संतोष गंगवार ने नव निर्वाचित जिपं सदस्यों को संबोधित कर सुझाव दिए। उन्होंने सदस्यों से कहा कि अगली बैठक से पहले क्षेत्र में घूमकर क्षेत्रीय समस्याओं को समझें। इससे जुड़े आंकड़े इकट्ठा करें और इन्हें व्यवस्थित ढंग से नोट करें। जिससे अधिकारियों की जवाबदेही तय हो सके और ¨बदुवार बात कर समस्याओं का निस्तारण किया जा सके। उन्होंने महिला जिला पंचायत सदस्यों को अधिक सक्रिय होने की जरूरत पर भी जोर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर पुल की मांग :

बैठक में सभी ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही बरेली बदायूं मार्ग व चौबारी रामगंगा पर जाने वाले पुल का नाम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर करने व चौबारी पर ही आने वाले पुल का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय सेतु रखने की मांग की। वहीं रामगंगा स्थित चौबारी घाट पर पूर्व पीएम अटलजी की राख व अस्थियां विसर्जित होने वाले घाट का नाम अटल घाट रखने की मांग की। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष व सांसद के अलावा मीरगंज विधायक डा। डीसी वर्मा, फरीदपुर विधायक डा। श्याम बिहारी, मुख्य विकास अधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग, अपर मुख्य अधिकारी उपेन्द्र कुमार के अलावा समस्त ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य व अधिकारी मौजूद रहे।