- एस्टीमेट व डिजाइन तैयार करने के लिए रेलवे को दी जाएगी धनराशि, ओवरऑल डिजाइन बनाएगा सेतु निगम

- स्मार्ट सिटी योजना के तहत पुल निर्माण को 90 करोड़ रुपये किए मंजूर, करीब सात सौ मीटर लंबा पुल बनेगा

बरेली : सुभाषनगर क्षेत्र के हजारों लोगों को वर्षों पुरानी समस्या से निजात मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। स्मार्ट सिटी परियोजना से पुल निर्माण को रकम मंजूर होने के बाद अब रेलवे को एस्टीमेट और डिजाइन बनाने के लिए धनराशि मिल जाएगी। पुल की डिजाइन तैयार होने के बाद सेतु निगम निर्माण शुरू करेगा। फिर लोगों को वहां अंधेरी पुलिया से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा।

आजादी के बाद बनी थी पुलिया

शहर की बड़ी आबादी शहर आने के लिए सुभाषनगर पुलिया का इस्तेमाल करती है। यह पुलिया आजादी के बाद की बनी है। उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे की लाइन होने के कारण पुलिया काफी लंबी है, जहा दिन में भी रात जैसा एहसास होता है। यहां से बड़े वाहन नहीं निकल पाते। पुलिया के नीचे बह रहा नाला अक्सर उफनने से जलभराव हो जाता है। वर्षों से यहां के लोग ओवरब्रिज निर्माण की मांग कर रहे थे। करीब छह महीने पहले महापौर डा। उमेश गौतम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत वहां पुल निर्माण कराने के लिए अधिकारियों को पत्र भेजा था। उसके बाद रेलवे, सेतु निगम, स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों ने संयुक्त सर्वे किया। इस पर रेलवे अफसरों ने करीब 52.88 करोड़ रुपये का प्राथमिक एस्टीमेट तैयार किया। रेलवे ने प्रस्तावित एस्टीमेट से दो फीसद करीब 81.36 लाख रुपये की मांग विस्तृत एस्टीमेट और पुल का डिजाइन बनाने के लिए की थी.बरेली : सुभाषनगर पुलिया पर बनने वाले पुल का करीब सवा सौ मीटर का भाग रेलवे का होगा। इसके निर्माण के लिए रेलवे ने 52.88 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है। इसमें से दो फीसद करीब 81.36 लाख रुपये की मांग विस्तृत एस्टीमेट और पुल का डिजाइन बनाने के लिए की थी। अब स्मार्ट सिटी में 90 करोड़ रुपये स्वीकृत होने के बाद रेलवे को एस्टीमेट बनाने के लिए जल्द रकम मिलने की उम्मीद है, करीब 38 करोड़ सेतु निगम अपने हिस्से के पुल निर्माण पर खर्च करेगा। करीब सात सौ मीटर लंबा पुल होगा, जिसमें 125 मीटर भाग रेलवे का होगा। बुधवार को स्मार्ट सिटी कंपनी के निदेशक मंडल ने पुल निर्माण के लिए 90 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी।

700 मीटर लंबा बनना है पुल

सुभाषनगर थाने की ओर से उठने वाला पुल पुलिया के ऊपर से होता हुआ पुराने बीएसए दफ्तर की ओर उतारा जाएगा। इस पुल की लंबाई करीब सात सौ मीटर होगी, जिसमे से रेलवे लाइन के ऊपर का हिस्सा करीब 125 मीटर लंबा होगा। उसे रेलवे ही तैयार कराएगा। रेलवे अपने हिस्से के पुल का एस्टीमेट और डिजाइन तैयार कर सेतु निगम को उपलब्ध कराएगा। फिर सेतु निगम विस्तृत एस्टीमेट और डिजाइन तैयार करेगा। इसके बाद पुल का निर्माण होगा। सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक देवेंद्र सिंह ने बताया कि रेलवे ड्राइंग मिलने के बाद पुल की विस्तृत ड्राइंग तैयार कराई जाएगी।

सुभाषनगर पुलिया पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बजट की मंजूरी दी गई है। पुल निर्माण से संबंधित जो भी व्यय होंगे, इसी बजट से दिए जाएंगे। जल्द पुल का निर्माण शुरू करवाया जाएगा। इससे सुभाषनगर के लोगों का आवागमन आसान होगा।

अभिषेक आनंद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी