बरेली(ब्यूरो)। मलेरिया एवं डेंगू के प्रभाव पर नियंत्रण व पब्लिक अवेयरनेस को ध्यान रखते हुए मंगलवार को मलेरिया जन जागरुकता रथ का इनॉग्रेशन किया गया। रथ को एडी ऑफिस से एडी हेल्थ डॉ। पुष्पा पंत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ। अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि एंबेड प्रोजेक्ट फैमिली हेल्थ इंडिया कार्यक्रम के तहत रथ जिले के भमोरा, मझगवां, रामनगर एवं मीरगंज के अत्यधिक प्रभावित एवं संवेदनशील 160 गांव में जाएगा। जहां लोगों को मलेरिया एवं डेंगू के बचाव के प्रति अवेयर करेगा।

लाल कोशिकाओं को करता है संक्रमित
चिकित्सक बताते हैैं कि मलेरिया जानलेवा बीमारी है और आमतौर पर संक्रमित मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर शाम को काटता है। जब यह मच्छर काटता है तो परजीवी रक्त प्रवाह में चला जाता है, कई दिनों के बाद यह परजीवी रक्त प्रवाह में प्रवेश करते है और लाल कोशिकाओं को संक्रमित करना शुरू कर देते हैं। कार्यक्रम में मलेरिया निरीक्षक गुलशन कुमार गुप्ता, अनमोल पाठक, राहुल गंगवार, फैमिली हेल्थ इंडिया के जिला समन्वयक दुर्गेश अग्रवाल ,परियोजना में कार्यरत बीसीसीफ आदि मौजूद रहे।

मलेरिया के लक्षण
बुखार आना
सिर दर्द
उल्टी होना
ठंड लगना
चक्कर आना
थकान होना
पेट दर्द
तेज से सांस लेना

पांच प्रकार के होते हंै मलेरिया के परजीवी
प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम
प्लास्मोडियम विवैक्स
प्लास्मोडियम ओवेल
प्लास्मोडियम मलेरिया
प्लास्मोडियम नॉलेसि

रहें सावधान
-घर के आसपास सफाई रखें
-नालियों की सफाई व गड्डों के भरें
- कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव कराएं
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
- मच्छरदानी लगाएं
- बारिश में घर की छतों पर रखे टूटे-फूटे बर्तन, टायर, कूलर आदि में पानी मे भरने दें