-पुलिस ने फरार आरोपी अवशेष को गिरफ्तार कर भेजा जेल

बरेली : मेंथा कारोबारी रूपेश की हत्या के तीसरे आरोपी अवशेष उर्फ अवधेश गंगवार ने पुलिस पूछताछ में वारदात का पूरा खुलासा कर दिया। उसने बताया कि उसने और अखिल ने मिलकर व्यापारी को तीन गोली मारी थी और फिर मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने उसे ट्यूजडे को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। एक दिन पहले पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था। मामले में पुलिस दो आरोपियों अखिल और राजू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

1 सितंबर को की थी हत्या

बता दें कि प्रेमनगर के अशरफ खां छावनी स्थित आशा विहार निवासी रूपेश अग्रवाल की 1 सितंबर को नोएडा के दादरी में हाइवे किनारे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दादरी पुलिस ने अज्ञात में शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। उनकी पत्‍‌नी स्वाती अग्रवाल ने कोतवाली में पति की गुमशुदगी की शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि पति रुपेश अग्रवाल 30 अगस्त को सुबह घर से बिना बताए चले गए थे। वह दो लोगों के साथ गांधी उद्यान के पास रोहिला होटल में रुके थे। वहां से 31 अगस्त को चेक आउट किया था। रूपेश के साथ होटल में रुकने वाले दो लोगों पहचान पत्र भी महिला ने कोतवाली पुलिस सौंपे थे।

अखिल के साथ गया था नोएडा

पुलिस ने इस मामले में जांच की तो अखिल और राजू पकड़े गए। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने अवधेश के साथ मिलकर रूपेश की हत्या कर शव 1 सितंबर को नोएडा के दादरी में हाइवे किनारे फेंक दिया था। अवशेष ने भी वही कहानी बताई जो राजू और अखिल ने बताई थी। उसने बताया कि रूपेश परेशान होकर अपनी हत्या कराने चाहते थे। राजू ने इस बारे में अखिल को बताया था और अखिल ने उसे शाम को बुलाया था। व्यापारी रूपेश ने अपनी हत्या के लिए 20 हजार रूपए भी एटीएम सें निकाल कर दिए थे। उसके बाद उन्होंने लालच में एटीएम से 90 हजार रूपए निकाल लिए थे और फिर उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने हत्या के बाद भी एटीएम से दिल्ली में रुपए निकले थे। उसने बताया कि रूपेश को गाड़ी में लेकर वह और अखिल गए थे और दोनों ने मिलकर तीन गोली मारी थी। नोएडा से मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है।