आई इंपेक्ट

- ट्यूजडे को सैंपलिंग एरिया में घुस गए थे संदिग्ध मरीज, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उजागर की थी लापरवाही

- प्रबंधन ने बढ़ाई एलटी की संख्या, क्षेत्र को किया कवर

बरेली : 300 बेड हॉस्पिटल में कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद से डेली अनियमितता, लापरवाही और मरीजों से नोकझोंक हो रही थी। वहीं ट्यूजडे को एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी, यहां बने कोरोना फ्लू कार्नर में जहां सैंपलिंग एरिया है, वहां जांच कराने आए संदिग्ध मरीज घुस गए थे इस लापरवाही को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ट्यूजडे के अंक में प्रमुखता से उजागर किया था। मामले को संज्ञान में लेते हुए अब इस सैंपलिंग क्षेत्र को बैरियर और पर्दे लगाकर बंद कर दिया गया है।

एक एलटी की भी हुई तैनाती

पहले एक एलटी के ऊपर ही सैंपलिंग की जिम्मेदारी थी। वहीं उसकी हेल्प को लगाया गया स्टाफ डेली बदल दिया जाता था। नया स्टाफ होने से उसे सैंपलिंग की ट्रेनिंग देनी पड़ रही थी लेकिन खबर पब्लिश होने के बाद वेडनसडे सुबह फ्लू कॉर्नर पर दो लैब टेक्नीशियन को सैंपलिंग के लिए लगाया गया, इसका असर भी पड़ा। अमूमन पांच मिनट में जहां एक जांच होती थी। वहीं, वेडनसडे को जांचों दोगुना तेजी से हो रही थीं।

डॉक्टर ने भी भरे फार्म

फ्लू कार्नर में जांच कराने से पहले आईसीएमआर फार्म भरने की जिम्मेदारी सीएमओ ने कोविड अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर को दी थी। लेकिन डॉक्टर अधिकतर अपनी सीट से नदारद रहते थे। खबर प्रकाशित होने के बाद वेडनसडे को अपनी सीट पर फार्म भरते मिले।

वर्जन

300 बेड कोविड अस्पताल के लिए पर्याप्त साधन-संसाधन मुहैया करा दिए हैं। सभी कर्मचारियों व डॉक्टरों को जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी करने के लिए भी कहा है।

। डॉ.एसके गर्ग, सीएमओ