- फरीदपुर के भगवानपुर कुंदन गांव में धांधली का आरोप

- डीएम ने डीडीओ को दिए जांच के आदेश, गिर सकती है गाज

BAREILLY:

बरेली प्रभारी मंत्री समेत अन्य जनप्रतिनिधियों की सिफारिश को नकार कर ईमानदारी का परचम लहरा रहे अधिकारियों पर अब अपात्रों को आवासों का पात्र बनाने के आरोप लगे हैं। आंवला सांसद धर्मेद्र कश्यप ने फरीदपुर में अपात्रों को इंदिरा आवास दिए जाने का मामला डीएम के संज्ञान में लाया तो अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने एक गांव में कई अपात्रों को आवास बांट देने के आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच शुरू हो गई है।

अपात्रों को बना दिया पात्र

फरीदपुर क्षेत्र के भगवानपुर कुंदन निवडि़या गांव में पोशाकी और कृष्ण ने सांसद धर्मेद्र कश्यप को सुबूत समेत शिकायती पत्र सौंपा था, जिसमें रामप्यारी के पास दो एकड़ जमीन, पक्का आवास के बाद भी पात्र बनाने की बात कही। नन्हीं के पास तीन एकड़ जमीन व पक्का मकान है। इसी तरह राजपाल, पोपराम के भी बड़े रकबे में जमीन है। शीला को आवास आवंटित किया गया। जबकि दो एकड़ से अधिक जमीन है। प्रधान, सचिव व अन्य अधिकारियों पर आरोप हैं कि प्रति आवास के नाम पर कमीशन लिया गया। सांसद धर्मेद्र कश्यप ने डीएम को पत्र लिखा। डीएम ने डीडीओ को जांच सौंपी है।

बिचपुरी में भी हुआ खेल

बिचपुरी में भी आवासों के आवंटन में खेल हुआ। नियाज अहमद, पार्वती, श्याम बहादुर, शिव चरन, मूलचंद्र समेत अन्य स्थानीय निवासियों का आरोप है कि गाडि़यों वाले लोगों को भी आवास दे दिए गए। जमीन की कीमत 50 लाख रुपए तक है उनके नाम भी आवास की सूची में आ गए। यही नहीं दूसरे गांवों में पक्के मकान बनाने वालों का भी चयन कर लिया गया। कहा है कि यदि जांच दूसरे विभाग के अफसरों से हो तो पूरा मामला खुलकर सामने आ जाएगा। कमिश्नर के पास यह मामला पहुंचा तो उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।

आवास आवंटन के मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।

राम रक्षपाल यादव, डीडीओ