-स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाए जाएंगे बच्चे

-स्कूल्स ने बच्चों के पेरेंट्स से लिए सहमति पत्र

बरेली : संक्रमण से निजात पाने को लगे लॉकडाउन में 17 महीने से बंद एक से कक्षा पांचवीं तक के स्कूल एक सितंबर यानि आज से गुलजार होने जा रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए सतर्क स्कूल प्रबंधन ने सी¨टग अरेंजमेंट ऐसा रखा है, जिसमें एक सीट पर एक बच्चा बैठेगा। फिर एक-एक सीट छोड़कर कक्षा में बच्चों को बैठाया जाएगा। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि हर रोज नियमित पढ़ाई के बाद 30 मिनट बच्चों को संक्रमण से बचाव के टिप्स भी दिए जाएंगे। अभी स्कूल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पद्धतियों के साथ स्कूल संचालित करेंगे।

किया जाएगा अवेयर

स्कूल के प्रवेश द्वार पर छात्रों को सैनिटाइजेशन के बाद प्रवेश मिले। लेकिन, समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करने के लिए अभिभावक भी बच्चों को सैनिटाइज लेकर भेजेंगे। स्कूल भेजने के लिए 70 फीसद अभिभावकों के सहमति पत्र मिल चुके हैं। स्कूल प्रबंधन की ओर से भी नन्हें-मुन्नों के स्वास्थ्य की सुरक्षा संग शिक्षा देने की तैयारी पूरी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले नहीं के बराबर हो जाने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षाओं के लिए अधिकतर स्कूलों ने तीन स्तरों पर तैयारी की हैं। इसके तहत मास्क पहनकर आने वाले छात्रों को ही प्रवेश दिया जाएगा। थर्मल स्क्री¨नग और सैनिटाइजेशन के बाद ही छात्रों को प्रवेश व उचित फासलों पर बच्चों को बैठाने की व्यवस्था की गई है।

एक शिक्षक के ही संपर्क में रहेंगे

संक्रमण को ध्यान में रखते हुए हर विषय के लिए अलग शिक्षक नहीं बल्कि एक शिक्षक को ही छात्रों के संपर्क में लिया जाएगा। हर विषय को पढ़ाने के लिए अलग-अलग शिक्षकों को कक्षाएं नहीं मिलेंगी। इससे बच्चे ज्यादा लोगों के संपर्क में आने से बच सकेंगे।

प्ले ग्राउंड रहेगा खाली

डेढ़ साल बाद स्कूल आने वाले बच्चे आसानी से स्कूल में माहौल में ढल सकें। इसके लिए स्कूल प्रबंधनों ने हर संभव प्रयास किए हैं। बच्चों के खेलने के लिए प्ले ग्राउंड को खाली रखा जाएगा। वहां छोटे बच्चों के लिए आरक्षित टायलेट होगी, जिसमें बड़े छात्रों का प्रवेश वर्जित होगा।

दोनों मोड पर कक्षाओं का संचालन

स्कूल आने पर स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों पर किसी तरह का कोई दवाब नहीं होगा। ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन के जरिए भी कक्षाओं का संचालन होगा। जो बच्चे ऑफलाइन कक्षा में नहीं आना चाहेंगे वे ऑनलाइन भी कक्षा में शामिल हो सकते हैं।

छात्रों के लगेंगे तीन पीरियड

छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक मजबूत होती है। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन की ओर से संक्रमण से बचाव का ख्याल रखते हुए छात्रों को कम देरी तक ही ज्यादा लोगों के बीच में रखा जाएगा। स्कूल में 7:30 से 8:15 तक पहला पीरियड, 8:20 से 9:05 दूसरा और 9:10 से 9:55 तक तीसरा पीरियड ही लगेगा।

क्या बोले स्कूल प्रबंधन

बच्चों के बीच दो गज दूरी के साथ ही बैठाने की व्यवस्था है। सीसी कैमरों के जरिये निगरानी का प्रबंध है। बच्चे छोटे हैं, इसलिए शिक्षकों को खासतौर पर उन्हें कोविड संक्रमण से बचाव के बारे में बताने के लिए कहा गया है।

- उर्मिला बाजपेयी, प्रधानाचार्य, सेक्रेड हा‌र्ट्स स्कूल

सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल परिसर के साथ ही कक्षाओं को भी हर रोज सैनिटाइज किया जा रहा है। बदलते मौसम की वजह से बुखार, खांसी, जुकाम वायरल का प्रकोप तेज है। ऐसे में अभिभावक बच्चों को स्वस्थ्य होने पर ही भेजें।

- योहान कुंवर, प्रधानाचार्य, विद्या भवन स्कूल

समय-समय पर कक्षाओं में जाकर छात्र संक्रमण से बचाव को जारी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं या नहीं देखा जाएगा। वहीं पानी की बोतल, खाना या किसी भी चीज के आदान-प्रदान न करने के लिए उन्हें समझाया जाएगा।

- आरएस रावत, प्रधानाचार्य, जीआरएम स्कूल